बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज़ के हैं शौकीन तो पढ़ें ये खबर
न्यूयार्क। अगर आप फास्टफूड जैसे बर्गर, पिज्जा और फ्रेंच फ्राइज़ के शौकीन हैं तो थोड़ा संभल जाइये क्योंकि कहीं आपको क्षणिक सुख देने वाले ये पदार्थ आपके लिए खतरे की घंटी ना बन जायें, जानते हैं क्यों?
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तो सुनिए नये शोध में खुलासा हुआ है कि इन चीजों को पैक करने के लिए एक थैलेट नामक औद्योगिक रसायन का प्रयोग किया जाता है जो कि स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है।
क्या है थैलेट?
थैलेट एक औद्योगिक रसायन है जो कि प्लास्टिक और विनायल की साफ्टनेस बढ़ता है इसी कारण इसका भारी संख्या में प्रयोग खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने के लिए किया जाता है।
कहां-कहां होता है इस्तेमाल
थैलेट का प्रयोग पर्सन केयर की चीजों, इत्र, सोप, शैंपू, नेल पॉलिश, स्कीन क्रीम में किया जाता है। इसके अलावा इनका प्रयोग खिलौने, पर्दे, वॉल पेपर, फूड पैकजिंग और प्लास्टिक रैपर में होता है।
क्या निकला रिसर्च में?'
- एन्वायरोनमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव' पत्रिका में प्रकाशित शोध कहता है कि जो लोग ज्यादा फास्ट फूड खाते हैं, उनके यूरिन में थैलेट का स्तरसामान्य से 24 से 40 फीसदी अधिक होता है।
- जिसके कारण बच्चों और युवाओं में कई सारी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होती हैं।"यह शोध 'एन्वायरोनमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
किन-किन फास्ट फूड में खतरा
- अनाज और मीट आयटम वाले फूड आयटम में थैलेट ज्यादा पाया जाता है।
- ब्रेड, केक, पिज्जा,राईस आयटम और नूडल्स में थैलेट बहुतायत में प्रयोग होता है।
- बाहर मटन-चिकन खाना भी नहीं है सेफ
रिसर्च से जुड़ा गंभीर तथ्य
- ब्रेस्ट कैंसर का खतरा
- शोधकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इन रसायनों के कारण प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचता है और नपुंसकता भी हो सकती है।
प्रेगनेंसी में थैलेट का इफेक्ट
डॉक्टर प्रेगनेंट महिलाओं को चाउमिन, पिज्जा, बरगर, आदि खाने के लिये मना करते हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण थैलेट ही है। थैलेट की अधिकता होने पर पेट में पल रहे बच्चे के टेस्टीस/ओवरी और मलद्वार की दूरी कम हो जाती है। और पैदा होने के बाद बच्चे को जीवन भर विभिन्न प्रकार के विकारों का सामना करना पड़ सकता है।