धोनी के जीवन की वो बातें जो बड़े पर्दे पर भी नहीं दिखाई गई
लखनऊ। टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट को उन उंचाइयों पर पहुंचाया है जहां यह पहले कभी नहीं पहुंची, उन्होंने अपनी जबरदस्त लीडिंग क्षमता के दम पर टीम का लंबे समय तक नेतृत्व किया है।
कप्तान धोनी का क्रिकेट की पिच तक का सफर काफी कठिन रहा है और इसी सफर को बड़े परदे पर हाल ही में एमएस धोनी फिल्म में दिखाया गया है। लेकिन धोनी के जीवन में कई ऐसी बाते हैं जिसे आप शायद नहीं जानते होंगे। एक टीवी प्रोग्राम में धोनी ने अपने बारे में तमाम दिलचस्प बातों को लोगों के साथ साझा किया।
कैसे खराब हो गई धोनी की मैथ्स
धोनी कहते हैं कि छठी कक्षा तक मेरी गणित अच्छी थी, लेकिन तब एलजेब्रा आया और मैं कमजोर हो गया। वहीं अन्य विषयों पर धोनी ने कहा कि इतिहास मुझे समझ नहीं आता था कि अकबर इस समय आया था, क्यों आया था मुझे नहीं पता था, हिस्ट्री में बहुत पढ़ना पड़ता था।
हिंदी की क्लास करते थे बंक
धोनी कहते हैं कि हिंदी की मैडम उन्हें नंबर कम देती थी। वह कहते हैं कि हिंदी की क्लास आखिर में होती थी और मैं अक्सर उस क्लास को बंक करते थे। धोनी बताते हैं कि एक दिन जब मेरी बहन जयंती टीचर के पास गई तो उन्होंने उसे बताया कि तुम्हारा भाई हिंदी की क्लास में कम दिखाई पड़ता है।
कहां जाना चाहते हैं टाइम मशीन से
धोनी कहते हैं कि अगर टाइम मशीन होती तो मैं फिर से स्कूल के दिनों में जाना चाहुंगा, वह कहते हैं कि वह ऐसा वक्त था जिसे मैं कभी भूल नहीं सकता हूं।
मैंने कभी नहीं सोचा था खेलुंगा टीम इंडिया के लिए
धोनी बताते हैं कि जब वह रांची में खेलते थे तो उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह टीम इंडिया के लिए खेलेंगे। वह बताते हैं कि कक्षा सात से ही वह लगातार क्रिकेट खेलते थे। उस वक्त कभी नहीं सोचा था कि क्रिकेट मेरा प्रोफेशन होगा, टीम इंडिया के लिए खेलने की बात सोचना तो दूर की बात।
रांची में अपने क्रिकेट के दिनों के बारे में धोनी कहते हैं कि उस वक्त वह जिस भी टीम के खिलाफ खेलते थे उसे जीतने की इरादे से उतरते थे। कुछ लोग कहते थे कि तुम एक दिन टीम इंडिया के लिए जरूर खेलोगे।सचिन को देखने के लिए रहते थे आतुर
धोनी सचिन के बहुत बड़े फैन थे, वह बताते हैं कि जब मैं छोटा था तो सचिन ने डेब्यू किया था, मैने पापा को कहाथा कि जब सचिन बैटिंग करने आए तो मुझे जगा दीजिएगा। मैं उन्हें देखना चाहता था। लेकिन जैसे ही सचिन आउट होते थे मैं सो जाता था। वह मेरे लिए हमेशा से ही सच्ची प्रेरणा थे।
घरवालों का मिला सहयोग
धोनी बताते हैं कि उन्हें किसी भी खेल को खेलने से रोका नहीं गया। शाम को 4-6 के बीच मुझे कोई भी खेल खेलने की इजाजत थी। मेरे घर वालों ने कभी भी मुझे हतोत्साहित नहीं किया।
मैं कभी झूठ नहीं बोलता, इसका मतलब यह नहीं कि हमेशा सच बोलता
धोनी
बताते
हैं
कि
मैं
कभी
झूठ
नहीं
बोलता
हूं
लेकिन
इसका
मतलब
यह
नहीं
है
कि
मैं
हमेशा
सच
बोलता
हूं,
वह
कहते
हैं
कि
मैं
झूठ
बोलने
की
बजाए
चुप
रहना
पसंद
करते
हैं।
मेरे
जीवन
में
कुछ
उसूल
हैं
और
मैं
उनपर
चलना
पसंद
करता
हूं।
मैं
चाहता
हूं
कि
जब
मैं
क्रिकेट
ना
खेलूं
तो
मैं
चाहता
हूं
कि
लोग
मुझे
बेहतर
इंसान
की
तरह
देखें।
वह
चाहते
हैं
कि
लोग
उन्हें
बेहतर
खिलाड़ी
की
बजाए
बेहतर
इंसान
की
तरह
याद
रखें।
कौन हैं धोनी के पसंदीदा एक्टर
धोनी कहते हैं कि 1 से लेकर 10 तक उन्हें अमिताभ बच्चन पसंद है। उनके डॉयलाग कई फिल्मों में उन्हें पसंद है। अमित जी आज भी लोगों को अपने काम से प्रेरित करते हैं।
फिल्मों में आएंगे
बालिवुड में आने के सवाल पर धोनी कहते हैं कि फिल्मों में आपको स्क्रिप्ट के हिसाब से काम करना होता है ऐसे में फिल्मों में काम करना बड़ा मुश्किल है। मैं इससे दूर रहना चाहूंगा।
ये सिंगर है धोनी को पसंद
धोनी को पुरान गान काफी अच्छ लगते है, वह कहते हैं कि पुराने गानों में काफी अर्थ होता था। वह कहते हैं कि उन्हें किशोर कुमार और मुकेश काफी पसंद हैं।
दोपहर 2.30 बजे जगते हैं धोनी
धोनी कहते हैं कि उन्हें मैच से पहले जल्दी जगना पसंद नहीं है क्योंकि ऐसा करने से उन्हें काफी समय तक सोचना विचारना पड़ता है। लिहाजा टेस्ट मैच हो तो मैं सुबह 8.30 बजे जगता हूं और अगर टी-20 मैच हो तो मैं 2.30 बजे जगता हूं। इस दौरान मैं एक घंटे प्ले स्टेशन भी खेलता हूं।
धोनी के पास हैं 35 गाड़ियां
धोनी बताते हैं कि उनके पास कुल 35 गाड़ियां है, ये सभी दो पहिया वाहन है। जिसमें 20-25 गाड़ियां काफी पुराने मॉडल की हैं। वह कहते हैं कि उन्हें गाड़ी तेज चलाना पसंद नहीं है। धोनी के पास 2 स्ट्रोक बाइक भी है जो 350 सीसी की है, ऐसे में जब वह इस बाइक पर हेलमेट पहनकर निकलते हैं तो कोई उन्हें पहचानता भी नहीं है।