कैसे प्रकृति की इस रानी की लुट रही है इज्ज़त, ये 10 बातें पढ़ें और बचा लें उसे
पटना। कहते हैं प्रकृति हमारा पालन-पोषण विभिन्न पहलुओं को साथ लेकर करती है। वन्य जीव भले ही जुबान से अपना दर्द-तकलीफ हमारे बीच बयां ना कर पाते हों पर कहीं हम अप्रत्यक्ष तौर पर इसका नुकसान झेलते हैं।
पटना जू के निदेशक एस. चंद्रशेखर के शोध में जो आंकड़े सामने आए हैं उसमें तितलियों का जीवन खतरे में बताया गया है। चंद्रशेखर तितलियों का डॉक्यूमेंटेशन कर रहे हैं। उनका कहना है कि शहरी क्षेत्र में बाग-बगीचों की कमी तितलियों के विलुप्त होने का प्रमुख कारण बता रहे हैं। आइए जानें ततिलियों से जुड़ी 10 ख़ास बातें-
प्रकृति से मोहभंग
बढ़ती गर्मी, स्वच्छ हवा का अभाव और प्रतिकूल पर्यावरण के कारण पटना से तितलियां गायब होने लगी हैं। पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि तितलियों को स्वच्छ वातावरण का इंडिकेटर माना जाता है। पटना में बढ़ते प्रदूषण और आबादी विस्तार के साथ-साथ कंक्रीट के जंगल की बढ़ती तादाद से तितलियां दिखनी बंद हो गई हैं।
तितलियों के लिए पहल
तितलियों से संबंधित ये चौंकाने वाले तथ्य पटना जू के निदेशक एस. चंद्रशेखर के शोध में सामने आए हैं। चंद्रशेखर तितलियों का डॉक्यूमेंटेशन कर रहे हैं। उनका कहना है कि शहरी क्षेत्र में बाग-बगीचों की कमी तितलियों के विलुप्त होने का प्रमुख कारण है।
नहीें झल पातीं अधिक गर्मी
तितलियां अधिक गर्मी नहीं झेल पाती हैं। सीमेंट व कंक्रीट इनके लिए घातक होता है। घर के आसपास पार्क या पेड़-पौधों की घटती संख्या से तितलियां का जीवन प्रभावित। तितली फूलों का जहर खुद पहचान लेती है।
फूलों से मिलता है पोषण
तितलियां अधिक गर्मी नहीं झेल पाती हैं। सीमेंट व कंक्रीट इनके लिए घातक होता है। घर के आसपास पार्क या पेड़-पौधों की घटती संख्या से तितलियां का जीवन प्रभावित। तितली फूलों का जहर खुद पहचान लेती है।
कीटनाशक पर मनाही
पटना जू में 60 प्रजाति के तितलियों की फोटोग्राफी की गई है। इन्हें बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए जू में पेड़-पौधों पर कीटनाशकों के इस्तेमाल की मनाही होगी, ताकि तितलियां जीवित रह सकें।
कहां हैं ये तितलियां
पटना जू में 60 प्रजाति के तितलियों की फोटोग्राफी की गई है। इन्हें बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए जू में पेड़-पौधों पर कीटनाशकों के इस्तेमाल की मनाही होगी, ताकि तितलियां जीवित रह सकें।
पूरी दुनिया में 15 हजार प्रजातियां
पूरी दुनिया में 15 हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं तितलियों की जिनकी संख्या में बीते दो साल से भारी गिरावट आई है। जो अब पर्यावरण प्रेमियों की चिंता का कारण बन रहा है।
ब्रिटिश कालीन
पूरी दुनिया में 15 हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं तितलियों की जिनकी संख्या में बीते दो साल से भारी गिरावट आई है। जो अब पर्यावरण प्रेमियों की चिंता का कारण बन रहा है।
तितली मोनार्क
पूरी दुनिया में 15 हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं तितलियों की जिनकी संख्या में बीते दो साल से भारी गिरावट आई है। जो अब पर्यावरण प्रेमियों की चिंता का कारण बन रहा है।
तितली आसन
पूरी दुनिया में 15 हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं तितलियों की जिनकी संख्या में बीते दो साल से भारी गिरावट आई है। जो अब पर्यावरण प्रेमियों की चिंता का कारण बन रहा है।