जो देखते हैं 'डर्टी पिक्चर', वो होते हैं बुरे आशिक, नई स्टडी में खुलासा
नई स्टडी में दावा किया गया है कि अश्लील फिल्म देखने से इरेक्शन समेत शारीरिक और मानसिक रूप से कई बीमारियां लोगों को हो रही है।
नई दिल्ली। कहीं आप भी तो अश्लील फिल्मों के लिए क्रेजी नहीं है और हर वक्त घर का ऐसा कोना खोजते रहते हैं जहां अकेले बैठकर आप अपने मोबाइल स्क्रीन पर ऐसी-वैसी तस्वीरों के साथ वाली फिल्मों का लुत्फ उठा सकें। अगर ऐसा है तो सावधान हो जाइए क्योंकि इसका मतलब ये हुआ कि आप वयस्क फिल्मों के लती बन चुके हैं और इस कारण आप अपने पास अनजाने में ही सही गंभीर बीमारियों को आमंत्रित भी कर रहे हैं।
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नई स्टडी में दावा किया गया है कि अश्लील फिल्म देखने से इरेक्शन समेत शारीरिक और मानसिक रूप से कई बीमारियां लोगों को हो रही है और चूंकि इस तरह की फिल्में युवागण ज्यादा देखते हैं, इस कारण वो ही लोग इस गंभीर रोगों के शिकार बन रहे हैं। इस बारे में डाक्टरों ने कहा कि गंदी फिल्मों के लती युवागण अब उन रोगों की चपेट में आ रहे हैं जो आम तौर पर अधेड़ उम्र के लोगों को होती हैं।
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यही नहीं इस बारे में एक्सपर्ट कह रहे हैं कि इस समय इंटरनेट पर डर्टी फिल्म देखने की वजह से 10 में से 1 युवा को इरेक्शन संबंधी समस्याएं हो रही हैं, जो कि एक चिंता का विषय है और इस तरह के युवाओं की उम्र 13 से 25 साल तक के बीच में है। एक आंकड़े के मुताबिक ये युवा से एक से ज्यादा बार मास्टरबेट कर चुके हैं। इसके पीछे मुख्य वजह स्मार्ट फोन भी है, जहां आसानी से अश्लील सामग्री उपस्थित हो जाती है।
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इसका सबसे खराब प्रभाव ये पड़ रहा है कि इस तरह के लती युवक बैड लवर बन रहे हैं जो कि यौनक्रिया से या तो बहुत जल्दी ऊब जा रहे हैं या फिर एक से ज्यादा पार्टनर के साथ यौन क्रियाओं के लिए ललायित रहते हैं।
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नॉटिंगम यूनिवर्सिटी की साइकोसेक्सुअल थेरेपिस्ट का भी कहना है कि मास्टरबेट करने के कारण भी युवाओं में रीयल कामोत्जना की कमी आ रही है जो कि किसी भी नए रिश्ते बनाने में दिक्कत पैदा करती है। कुछ लोग गंदी फिल्म देखने से हाइपर सेक्सुअल भी हो रहे हैं और उनमे रिलेशन बनाने के प्रति सामान्य उत्तेजना नहीं हो पाती है, जो कि किसी भी लिहाज से सही नहीं है।