विकास से अलग पर अहम हैं मोदी सरकार से जुड़ी ये 10 बातें
बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दो साल पूरे होने का जश्न जारी है। पक्ष उप्लाब्धियां गिना रहा है, तो विपक्ष सभी दावों को खारिज कर रहा है। लेकिन हां कई ऐसी बाते हैं, जो मोदी सरकार के पहले कभी नहीं दिखाई दीं।
जनता खुश है या ना खुश, रिपोर्ट कार्ड में मोदी सरकार पास है या फेल, इसके बारे में तो सभी बात कर रहे हैं। चलिये बात करते उन चीजों को जो पिछले दो साल में देखने केा मिलीं और पहले कभी नहीं हुई थीं।
1. मन की बात
नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने नियमबद्ध तरीके से जनता के समक्ष अपने मन की बात रखी। इससे पहले प्रधानमंत्री का संबोधन महज राष्ट्रपर्व या किसी रैली में ही सुनने को मिलता था।
2. ट्वीट पर ट्रीटमेंट
चाहे सुषमा स्वराज हों या सुरेश प्रभु या फिर पीयूष गोयल मोदी सरकार में कई नेता ऐसे हैं, जिन्हें अपनी समस्या महज ट्वीट कर देने पर ही ट्रीटमेंट मिल जाता है। यह एक अच्छी पहल है, जो पहले कभी नहीं देखने को मिली।
3. रक्षा बजट की गोपनीयता
वित्तीय 2016-17 में पहली बार सरकार ने रक्षा बजट को गोपनीय रखा। कुछ जानकारों का कहना है कि ऐसा वन रैंक वन पेंशन के कारण किया गया, लेकिन कुछ कहते हैं, कि भारत अब कई चीजों पड़ोसी देश से छिपा कर रखना चाहता है।
4. योग को प्राथमिकता
भारत की पहल पर 21 जून को संयुक्त राष्ट्र ने विश्व योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। ऐसा नहीं है कि इससे पहले योग को कोई जानता नहीं था, बस फर्क इतना है कि इससे पहले की सरकारों ने कभी इस पर ध्यान ही नहीं दिया।
5. सरकार की रेटिंग
https://www.mygov.in/ वेबसाइट में हर किसी को आजादी है, अपनी सरकार की रेटिंग करने की। उसे सुझाव देने की और लाइव चर्चा करने की। इससे पहले कभी किसी सरकार ने वोटबैंक पूरा होने के बाद जनता से कुछ भी पूछने की जहमत नहीं उठाई।
6. नेताजी सुभाष चंद्र बोस
आजादी के सिपाही नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में तमाम बातें थीं, जो जनता नहीं जानती थी। सरकार के एक बड़े प्रयास से नेताजी से जुड़ी कई बातें सार्वजनिक हुईं। जिन्हें आप http://www.netajipapers.gov.in/ पर देख सकते हैं।
7. खुले में शौच
2014 से पहले लाखों गांवों के पास खुले में शौच के अलावा कोई विकल्प नहीं था। महज दो साल में देश के 56,206 गांव खुले में शौच से मुक्त हो गये। अगर यह कारवां ऐसे ही आगे चलता रहा, तो महज छह से सात साल में पूरा देश खुले में शौच से मुक्त हो जायेगा।
8. बुलेट ट्रेन का निर्णय
दुनिया की पहली बुलेट ट्रेन 1964 में जापान में चलायी गई। 2013 तक किसी भी सरकार ने भारत में ऐसी ट्रेन के बारे में नहीं सोचा। यानी उनके नहीं सोचने की वजह से इस दिशा में भारत 52 साल पिछड़ गया। [बुलेट ट्रेन से जुड़े shocking facts]
9. ग्रामीण महिलाओं के लिये एलपीजी गैस
भारत में ज्यादातर गांवों में महिलाएं चूल्हा फूंकती हैं या अंगीठी जलाती हैं। उनके बारे में 1947 से 2013 तक किसी ने नहीं सोचा। शायद यह एक अलग सोच ही है, जो अमीरों के लिये गैस के दाम बढ़ा कर गरीबों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराये जा रहे हैं।
10. ग्रुप बी और ग्रुप सी में इंटरव्यू
जहां परीक्षा या इंटरव्यू की बात आती है, तो वहां भ्रष्टाचार खुद-ब-खुद जगह बना लेता है। ग्रुप बी और ग्रुप सी की परीक्षा में इंटरव्यू समाप्त करके भारत सरकार ने निचले स्तर पर भ्रष्टाचार को व्यापक स्तर पर कम करने का काम किया है।