रामजस विवाद: डीयू में एनएसयूआई ने निकाला मशाल जुलूस
राजधानी में दो फाड़ होते छात्रों के विवाद के बीच एनएसयूआई ने नेताओं ने कहा कि एबीवीपी यूनिवर्सिटी के पढ़ाई के माहौल को खराब कर रही है।
नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी में वामपंथी छात्र संगठनों और आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी के बीच लगातार चल रहे तनाव के बीच आज कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में मशाल जुलूस निकाला। संगठन के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के शह पर एबीवीपी कैंपस में लगातार गुड़ागर्दी पर उतारु है और विश्वविद्यालय का माहौल खराब किया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि विवाद से विश्वविद्यालय की छवि को धक्का लगा है।
इससे पहले रामजस कॉलेज विवाद के चलते दिल्ली में कई अलग-अलग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों और शिक्षकों ने मंगलवार सुबह जुलूस निकाला। एनएसयूआई ने 'डीयू बचाओ' के नारे के साथ खालसा कॉलेज से आर्ट्स फैकल्टी तक जुलूस निकाला। इसमें दूसरे संगठन के छात्र भी शामिल रहे। एनएसयूआई ने नेताओं ने कहा कि एबीवीपी यूनिवर्सिटी के पढ़ाई के माहौल को खराब कर रही है। एनएयूआई के नेता मसाल जुलूस के साथ गांधी जी की प्रतिमा पर पहुंचे।
बीते
22
फरवरी
को
रामजस
कॉलेज
में
आयोजित
एक
सेमिनार
में
जेएनयू
के
छात्र
उमर
खालिद
को
बुलाए
जाने
के
विरोध
में
एबीवीपी
के
कार्यकर्ताओं
ने
प्रदर्शन
किया
था।
इसी
दौरान
वामपंथी
छात्र
संगठनों
से
उनकी
झड़प
हुई
थी।
वामपंथी
छात्र
संगठनों
ने
एबीवीपी
पर
मारपीट
और
धमकी
देने
का
आरोप
लगाया
था।
कई
वीडियो
भी
सामने
आए
थे,
जिसमें
पुलिस
और
एबीवीपी
के
लोग
छात्र
और
छात्राओं
के
साथ
मारपीट
करते
दिखे
थे।
इसी
के
विरोध
में
आज
(28
फरवरी)
को
वांमपंथी
संगठनों
ने
मार्च
भी
किया।
छात्र
संगठनों
का
ये
टकराव
इस
समय
बड़ा
मुद्दा
बन
चुका
है।
केंद्रीय
मंत्री,
नेता,
पूर्व
क्रिकेटर
और
फिल्मी
सितारे
लगातार
इसको
लेकर
राय
जाहिर
कर
रहे
हैं।
खासतौर
से
लेडी
श्रीराम
कॉलेज
की
छात्रा
गुरमेहर
के
एबीवीपी
के
खिलाफ
सोशल
मीडिया
पर
कैंपेन
शुरू
करने
के
बाद
उनके
विरोध
और
समर्थन
में
काफी
लोग
आ
रहे
हैं।
पढ़ें-
देश
में
सबको
अपनी
बात
रखने
का
हक
है,
हिंसा
सही
नहीं:
शत्रुघ्न
सिन्हा