पूरा परिवार था खिलाफ, सिर्फ मैंने किया था अखिलेश की शादी का समर्थन: अमर सिंह
3 नवंबर से अखिलेश यादव की रथ यात्रा में जाने को लेकर अमर सिंह ने कहा कि मुझे आमंंत्रण नहीं है और हो सकता है कि अगर मैं वहा गया तो मेरी पिटाई हो जाए।
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी की पारिवारिक अंतर्कलह के बीच अमर सिंह की टिप्पणी सामने आई है। उन्होंने गुरुवार को पत्रकारों से चाचा-भतीजा के बीच तनातनी के मामले पर अपना पक्ष रखा।
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समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे अमर सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह ने जो भी कहा है वह अंतिम है और इसके बाद मेरे बोलने की जरूरत नहीं है।
3 नवंबर से अखिलेश यादव की रथ यात्रा में जाने को लेकर अमर सिंह ने कहा कि मुझे आमंंत्रण नहीं है और हो सकता है कि अगर मैं वहा गया तो मेरी पिटाई हो जाए। अगर मेरे कपड़े भी फाड़ दिए जाएं तो हमारे भतीजे अखिलेश पर आरोप न लगे कि वो मुझे पिटवा रहा है।
रामगोपाल यादव को 'नपुंसक' कहे जाने पर कहा कि उन्हें कभी मैंने ऐसा नहीं कहा। मैंने उन्हें बाल गोपाल जरूर कहा है।
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अमर सिंह ने कहा कि, 'मेरी मुलाकात राहुल गांधी से तो हो जाती है लेकिन अखिलेश से नहीं हो पाती। अगर मेरी बलि से ही समस्या का समाधान होता है तो मेरी बलि कर दें। मैं सीएम अखिलेश यादव के साथ भले ही न रहूं लेेकिन मैं मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव के साथ हमेशा हूं।'
जब अखिलेश यादव का पूरा परिवार उनकी शादी के खिलाफ था तब मैं ही केवल था जिसने उन्हें सपोर्ट किया। अमर सिंह ने कहा कि मैं उनके शब्दों से आहत हूं और उनकी शादी की एेसी एक तस्वीर नहींं होगी जिसमें यह 'दलाल' मौजूद न रहा हो। आपको बता दें कि अखिलेश यादव पर अमर सिंह को 'दलाल' कहने का कथित आरोप है।
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अमर सिंह ने कहा कि,'मैं दो बेटियों का बाप हूं और मुझे रामगोपाल यादव की धमकियों से डर लग रहा है। अगर मुझे कुछ हुआ तो रामगोपाल यादव को जिम्मेदार माना जाए। मैंने कभी भी आशु मलिक से बात नहीं की।
यूपी सीएम को औरंगजेब और सपा मुखिया को शाहजहां लिखवाने की खबरें झूठी हैं और इनका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है।'
अमर सिंह ने शिवपाल सिंह यादव का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्होंने मुझपर आरोप लगाने की बजाय मेरा साथ दिया।