VIDEO: 55 की मौत को नोटबंदी से ना जोड़ने पर केजरीवाल को आया BBC पर गुस्सा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक साक्षात्कार के दौरान भड़क गए।
नई दिल्ली। 8 नवंबर की आधी रात से घोषित हुई नोटबंदी के बाद से अब तक विभिन्न कारणों से 55 मौतें हो चुकी हैं। इस विषय को विपक्ष अपना हथियार बना कर सरकार पर हमला कर रहा है।
इसी विषय पर समाचार वेबसाइट बीबीसी हिन्दी पर एक साक्षात्कार के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भड़क गए।
साक्षात्कार के दौरान केजरीवाल ने कहा कि 55 लोगों की मौत हो चुकी है, 55 लोगों की।
केजरीवाल ने कहा
इस पर पत्रकार ने कहा कि इन मौतों को हम कैसे नोटबंदी से लिंक कर सकते हैं? इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि आप ही के भाई बंधु पत्रकार, जिनमें आत्मा बची है वो जा जाकर लोगों से लाइनों में पूछ रहे हैं।
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र केजरीवाल ने समाचार वेबसाइट की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न लगा दिया। केजरीवाल ने कहा कि मुझे शर्म आती है कि आप जैसे पत्रकार ये कहते हैं कि इन मौतों को विमुद्रीकरण से लिंक नहीं किया जा सकता।
पत्रकार ने कहा कि 55 मौतें गंभीर मामला है लेकिन इसे कैसे जोड़ सकते हैं।
मोदी और फैसले से नफरत
इससे पहले साक्षात्कार के दौरान केजरीवाल ने कहा कि मुझे नरेंद्र मोदी और उनके फैसले से नफरत है। ये सरकार आम लोगों की जेब से पैसे निकलवाकर बैंकों में जमा कराना चाहती है।
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ताकि देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों का ऋण माफ किया जा सके।
इस दौरान केजरीवाल ने कहा नोटबंदी अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। साथ कई राजनेताओं और उद्योगपतियों पर भी गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान उन्होंने वही दस्तावेज दिखाए जो दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी की सभा में लहराए थे।
केजरीवाल से यह पूछे जाने पर कि उनकी जेब में कितने रुपए हैं तो उन्होंने जवाब दिया 250 रुपए।
मेरे घर से लाइन में लगने कौन गया ये मुद्दा नहीं
घर के बारे में सवाल किए जाने पर केजरीवाल ने कहा कि घर के संबंध में चिंता रहती है, मुझे हर मिनट पैसे की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन घर के लोग लाइन में लग कर पैसे ले आए हैं।
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जब केजरीवाल ये यह पूछा गया कि घर का कौन सदस्य लाइन में लगने गया थास इस पर केजरीवाल ने कहा कि मेरे परिवार के लोग गए थे। मैं उसे मुद्दा नहीं बनाना चाहता।
कुछ लोग अपनी मां को लगाकर और कुछ लोग खुद। वो जरूरी नहीं है।
ये हुआ था फैसला
गौरतलब है कि 8 नवंबर की आधी रात के बाद से यानी 9 नवंबर से मोदी सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों पर बैन लगा दिया है।
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इनके बदले सरकार ने 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए हैं, जिन्हें किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर बदला जा सकता है।
हालांकि लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल पंप, दूध बूथ, अस्पताल, रेलवे बुकिंग काउंटर, हवाई टिकट काउंटर और बस स्टेशन जैसे स्थानों पर 24 नवंबर की आधी रात तक 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट चलाए जाने का आदेश दे दिया है।
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