गणेश जोशी के मसूरी से चुनाव लड़ने पर वाड्रा ने भाजपा पर साधा निशाना
सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा ने फेसबुक पर लिख कर गणेश जोशी को टिकट दिए जाने पर सवाल उठाया है।
मैं चकित हूं
वाड्रा ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि मैं पूरी तरह से भाजपा की ओर मसूरी में प्रत्याशी के चयन पर चकित हूं। वाड्रा ने लिखा है कि शक्तिमान की मौत उस पर किए गए अत्याचार की वजह से हुई। वाड्रा ने लिखा है कि उनके लिए जो लोग यह भूल गए हैं, जोशी ही वह नाम है जिसने निर्दयता से शक्तिमान को मारा और आखिर में वो घोड़ा, उनके अत्याचार की वजह से मर गया।'
वाड्रा ने आगे लिखा है कि यह मुझे चौंका रहा है कि भाजपा की ओर अपने प्रत्याशियों का चयन करने के लिए क्या मानक है? क्या प्रत्याशी बनाए जाने के लिए साफ-सुथरी छवि, विवेक और ईमानदारी की कोई जरूरत नहीं है? क्या भारत के पास जोशी सरीखे अमानवीय , नेता होंगे? यह चौंकाने वाला और दुखद है।
विधायक ने कहा...
हालांकि इस मुद्दे पर मौजूदा भाजपा विधायक और मसूरी से प्रत्याशी गणेश जोशी ने इस मामले पर कहा था कि मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मेरी टीआरपी को इतना बढ़ाने में सहयोग किया। अगर मैं करोड़ों खर्च करता तो भी इतना प्रचार नहीं मिलता।
बीजेपी विधायक ने कहा था कि मुझे घेरने की कोशिश की लेकिन तीन दिन बाद ही मामले का सच सामने आ गया। राष्ट्रीय चैनलों ने दिखाया 'शक्तिमान का सच...' जिसमें घोड़े की चोट को दिखाया गया। इसमें नजर आया कि घोड़े के पैर में चोट एक एंगल में फंसने से लगी। इसके बाद लोगों ने मेरा सहयोग किया। उन्होंने माना कि ये मेरे साथ साजिश की गई थी।
गणेश जोशी ने कहा था कि मेरे क्षेत्र के लोग जानते हैं कि अगर किसी को चोट लगती है तो मैं उन्हें अपनी कार से अस्पताल लेकर जाता हूं। घोड़े को चोट की घटना को मैं कभी अंजाम नहीं दे सकता। ये मेरी प्रतिष्ठा को गिराने में सहयोग नहीं कर सकता, ये मेरी मदद कर सकता है। ये भी पढ़े: उत्तराखंड के सियासी दंगल में एक बार फिर सुर्खियों में 'शक्तिमान', आरोपी विधायक ने विरोधियों को घेरा