अभी अस्पताल से बाहर नहीं आएंगी जयललिता, सेल्वम को 8 मंत्रालयों की जिम्मेदारी
नई दिल्ली। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की तबियत खराब होने की वजह से पिछले काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं, पुलिस ने हाल ही में यह संकेत दिया है कि वह अभी अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं होगी।
पीएम
नरेंद्र
मोदी
करते
हैं
24
घंटे
की
ड्यूटी,
एक
दिन
नहीं
ली
छुट्टी!
जयललिता
की
अनुपस्थिति
में
एक
बार
फिर
से
पूर्व
मुख्यमंत्री
और
अम्मा
के
भरोसेमंद
ओ
पन्नीरसेल्वम
को
आठ
मंत्रालयों
का
कार्यभार
सौंपा
गया
है।
पन्नीरसेल्वम
ने
बतौर
मुख्यमंत्री
भी
प्रदेश
का
कार्यभार
संभाला
था
जब
जयललिता
जेल
गई
थी
।
नहीं
रहीं
परमेश्वर
गोदरेज,
एड्स
के
खिलाफ
छेड़ी
थी
मुहिम
राज्यपाल
ने
जारी
की
प्रेस
विज्ञप्ति
राज्यपाल
विद्यासागर
राव
के
आधिकारिक
बयान
के
अनुसार
पन्नीरसेल्वम
जयललिता
की
अनुपस्थिति
में
कैबिनेट
मीटिंग
भी
करेंगे।
बयान
में
कहा
गया
है
कि
यह
सभी
परिवर्तन
जयललिता
के
सुझाव
पर
किए
गए
हैं,
जोकि
तबियत
खराब
होने
की
वजह
से
इलाज
करा
रही
हैं।
अधेड़
उम्र
के
यात्री
ने
फ्लाइट
में
कपड़े
उतार
महिला
क्रू
से
की
बदसलूकी
तबियत
में
हो
रहा
है
सुधार
आपको बता दें कि 68 वर्षीय जयललिता 22 सितंबर से अस्पताल में भर्ती हैं। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि जयललिता को तेज बुखार था और डीहाइड्रेशन की समस्या से जूझ रही थी। लेकिन अपोलो अस्पताल ने अपनी मेडिकल रिपोर्ट में कहा है कि गंभीर बीमारी हैं और उनकी तबियत में सुधार हो रहा है।
स्पेशलिस्ट
टीम
की
निगरानी
में
जयललिता
जयललिता
का
इलाज
यूके
के
स्पेशलिस्ट
डॉक्टर
और
दिल्ली
के
एम्स
के
तीन
डॉक्टरों
की
निगरानी
में
चल
रहा
है।
वहीं
पन्नीरसेल्वम
को
दी
गई
नई
जिम्मेदारी
का
विरोध
करते
हुए
विपक्षी
दल
डीएमके
ने
कहा
कि
मुख्यमंत्री
को
अंतरिम
मुख्यमंत्री
की
जिम्मेदारी
किसी
को
देनी
चाहिए
ताकि
प्रदेश
का
प्रशासन
बेहतर
चले।