ये है मिनिमम बैलेंस चार्ज से बचने का अचूक उपाय, आप भी आजमाएं
भारतीय स्टेट बैंक अलग-अलग ब्रांच की कैटेगरी के आधार पर 50 रुपए से लेकर 100 रुपए तक पेनाल्टी लेता है, जबकि एचडीएफसी बैंक में यह पेनाल्टी 150 रुपए से 600 रुपए तक है।
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने 1 अप्रैल से सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस नहीं रखने की स्थिति में पेनाल्टी लगाने का फैसला किया है। आपको बता दें कि एचडीएफसी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक समेत कई बैंक पहले ही मिनिमम बैलेंस न रखने की स्थिति में पेनाल्टी लगाते हैं। भारतीय स्टेट बैंक अलग-अलग ब्रांच की कैटेगरी के आधार पर 50 रुपए से लेकर 100 रुपए तक पेनाल्टी लेता है, जबकि एचडीएफसी बैंक में यह पेनाल्टी 150 रुपए से 600 रुपए तक है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक में 50 से लेकर 350 रुपए तक पेनाल्टी लगती है। आइए जानते हैं कैसे बच सकते हैं मिनिमम बैलेंस की पेनाल्टी से।
मथंली एवरेज का रखें ध्यान
बहुत से लोग मिनिमम बैलेंस पर पेनाल्टी लगने का मतलब मान रहे हैं कि जैसे ही उनके खाते का बैलेंस मिनिमम बैलेंस से कम होगा वैसे ही उनके खाते से पैसे कट जाएंगे। आपको बता दें कि बैंक मंथली एवरेज के हिसाब से कैल्कुलेट करते हैं कि ग्राहक ने मिनिमम बैलेंस का ध्यान रखा है या नहीं। कुछ बैंक तो तिमाही आधार पर चेक करते हैं कि ग्राहक ने मिनिमम बैलेंस रखा है या नहीं। इस तरह अगर कभी आपके खाते में मिनिमम बैलेंस से कम पैसे भी हो जाएं तो आप उसकी अगले कुछ दिनों में भरपाई कर सकते हैं। इस तरह आप मिनिमम बैलेंस की पेनाल्टी से बच सकते हैं। ये भी पढ़ें- मोदी सरकार देगी शहरी गरीबों के घर का किराया, जानिए क्या है योजना!
जीरो बैलेंस को ऐसे करें मैनेज
अगर आपके खाते में महीने के पहले दिन ही इतनी रकम हो जो पूरे महीने का एवरेज पूरा कर सके, तो आपको मिनिमम बैलेंस जीरो होने पर भी किसी तरह की पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी। मान लिया आपके बैंक की मिनिमम बैलेंस लिमिट 1000 रुपए है। ऐसी स्थिति में अगर आपके खाते में पहली तारीख को ही 30,000 रुपए या उससे अधिक हैं और अगले ही दिन आप सारे पैसे निकाल लें, तो भी आप पर कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी। दरअसल, पहले दिन के 30 हजार रुपए से ही आपकी मिनिमम बैलेंस लिमिट का मंथली एवरेज पूरा हो जाएगा।
एफडी करा लें
कई ऐसे बैंक भी हैं जो अपने ग्राहकों को एफडी के बदले मिनिमम बैलेंस रखने से छूट दे देते हैं। आप भी अपने बैंक से बात कर सकते हैं और अगर ऐसी कोई सुविधा को हो इस तरह से भी मिनिमम बैलेंस की पेनाल्टी से बच सकते हैं। आपको बता दें कि एचडीएफसी बैंक अपने रेगुलर सेविंग अकाउंट में रूरल ब्रांच के ग्राहकों को कुछ इसी तरह की सुविधा देता है। रूरल ब्रांच के लिए तिमाही की औसत मिनिमम बेलेंस लिमिट 2500 है, जबकि अगर कोई ग्राहक कम से कम 10 हजार रुपए 366 दिनों के लिए एफडी करा दे तो बैंक मिनिमम बैलेंस से छूट दे देता है। ऐसे में आप भी अपने बैंक से बात कर के इस तरह की छूट के बारे में पूछ सकते हैं। ये भी पढ़ें- सलमान खान ला रहे हैं 'बीईंग स्मार्ट' मोबाइल, जानिए कीमत
बंद करा दें खाता
अगर आपका सेविंग अकाउंट आपके सैलरी अकाउंट से कनवर्ट हुआ है और आपका किसी दूसरे बैंक में भी खाता है, तो आप इस अकाउंट को बंद करा सकते हैं। अक्सर जब कोई नौकरीपेशा व्यक्ति एक जगह से नौकरी छोड़कर दूसरी जगह जाता है तो कई बार उसका अलग खाता खुलवाया जाता है। ऐसी स्थिति में उसका पुराना खाता 3 से 6 महीनों के बीच सेविंग अकाउंट में बदल जाता है। अगर आपको उस खाते की बहुत अधिक जरूरत न हो तो उसे बंद करवा दे, अन्यथा उसमें मिनिमम बैलेंस के नाम पर आपके पैसे फंसे रहेंगे।