एक और मालवेयर आया सामने, 800 से अधिक ऐप पर है इसका कब्जा
नई दिल्ली। कुछ समय पहले जुडी नाम का एक मालवेयर सामने आया था। इसके बाद अब ट्रोजन होर्स वायरस वाला एक मालवेयर 'जेवियर' सामने आया है, जिसने गूगल प्ले स्टोर के 800 से भी अधिक मोबाइल एप्लिकेशन को इंफेक्टेड कर दिया है। ट्रेंडलैब्स सिक्योरिटी इंटेलिजेंस ने सबसे पहले इस वायरस का पता लगाया है। ट्रेंडलैब्स सिक्योरिटी इंटेलिजेंस के अनुसार इस मालवेयर से इंफेक्टेड ऐप्स को लाखों बार डाउनलोड किया जा चुका है। इनमें अधिकतर ऐप फोटो एडिटिंग, वालपेपर या रिंगटोन बदलने वाले ऐप हैं।
ट्रेंडलैब्स सिक्योरिटी इंटेलिजेंस के अनुसार इसी मालवेयर का पहला वर्जन 'जॉयमोबाइल' 2015 की शुरुआत में सामने आया था। इस तरह से यह वायरस करीब दो सालों से जिंदा है। इस मालवेयर को पहचानना काफी मुश्किल होता है। इस मालवेयर में यह भी ताकत है कि यह अपने आप ही कुछ भी डाउनलोड कर सकता है या फिर कोई गलत कोड एक्जिक्यूट कर सकता है।
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कुछ
समय
पहले
आया
था
'जुडी'
कुछ
समय
पहले
ही
Judy
नाम
का
एक
मालवेयर
सामने
आया
था।
इसकी
पुष्टि
चेक
प्वाइंट
सिक्योरिटी
रिसर्च
फर्म
ने
की
थी।
इस
मालवेयर
से
करीब
3.65
करोड़
एंड्रॉयड
यूजर
प्रभावित
हो
चुके
हैं।
चेक
प्वाइंट
के
अनुसार
इस
मालवेयर
को
साउथ
कोरिया
की
एक
कंपनी
ने
बनाया
है।
गूगल
प्ले
स्टोर
पर
करीब
41
ऐसे
ऐप
हैं,
जिनमें
यह
मालवेयर
है।
चेक
प्वाइंट
के
मुताबिक
यह
ऐप
कई
सालों
से
गूगल
प्ले
स्टोर
में
थे,
लेकिन
हाल
ही
में
इन्हें
अपडेट
किया
गया
है।
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गूगल
प्ले
से
घुसे
मोबाइल
में
यह
मालवेयर
गूगल
प्ले
स्टोर
के
जरिए
लोगों
के
मोबाइल
फोन
में
घुस
रहा
था।
यूं
तो
गूगल
का
सिस्टम
इतना
मजबूत
होता
है
कि
वह
किसी
भी
मालवेयर
वाले
ऐप
को
प्ले
स्टोर
से
हटा
देता
है,
लेकिन
जुडी
मालवेयर
गूगल
को
भी
चकमा
दे
गया
और
गूगल
प्ले
स्टोर
की
मदद
से
लोगों
के
स्मार्टफोन
में
घुसकर
उनका
डेटा
चुरा
रहा
है।