टाटा स्टील के एक फैसले से 15,000 ब्रिटिश होंगे बेरोजगार!
लंदन। टाटा स्टील ने पूरे यूनाइटेड किंगडम से अपने कारोबार को बंद करने का फैसला किया है। यूरोप की इस दूसरी सबसे बड़ी स्टील कंपनी के कारोबार समेटने के इस अचानक हुए फैसले ने 15,0000 लोगों की नौकरियों को खतरे में डाल दिया है।
इस घोषणा के बाद से ही ब्रिटेन की कैमरुन सरकार तक परेशानी में आ गई है। प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने आज इस मामले पर चर्चा के लिए इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
बुधवार को मुंबई में टाटा ग्रुप की ओर से बोर्ड मीटिंग में ब्रिटेन से अपना पूरा कारोबार बेचने की घोषणा की गई थी।
इस खबर के बाद ब्रिटेन की वित्तीय स्थिति पर फिर से चर्चा होने लगी है क्योंकि जून में ही देश में जनमत संग्रह कराया जाएगा कि ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन में रहना चाहिए कि नहीं।
ब्रिटेन के न्यूजपेपर टेलीग्राफ के मुताबिक प्रधानमंत्री कैमरुन ने अपनी पारिवारिक छुट्टी बीच में ही छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। उनका मकसद टाटा को कारोबार बेचने से रोकना है ताकि हजारों नौकरी का संकट देश में न खड़ा हो।
बिजनेस मिनिस्टर अन्ना सोबरी ने कहा, सरकार इस मामले में हर तरह के विकल्प की तलाश में है, ताकि खरीदारों को समय मिले और हजारों नौकरियों का संकट टाला जा सके।
टाटा ने 14 बिलियन डॉलर में कोरस कंपनी का अधिग्रहण किया था। इसके बाद टाटा स्टील यूरोप की दूसरे सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है। पिछले एक वर्ष से कंपनी की माली हालत काफी खराब है। टाटा स्टील की वजह से ब्रिटेन में 15000 से ज्यादा लोगों को नौकरी मिली हुई है।