'स्टार एलायंस की सदस्यता से एयर इंडिया का होगा कायाकल्प'
नई
दिल्ली।
स्टार
एलायंस
में
जुड़ने
के
पहले
ही
एक
साल
में
देश
की
विमानन
कंपनी
एयर
इंडिया
को
करीब
10
करोड़
डॉलर
(करीब
600
करोड़
रुपये)
का
लाभ
हो
सकता
है।
यह
बात
यहां
स्टार
एलायंस
के
शीर्ष
अधिकारी
ने
कही।
स्टार
एलायंस
27
विमानन
कंपनियों
का
दुनिया
का
सबसे
बड़ा
नेटवर्क
है।
स्टार
एलायंस
के
मुख्य
कार्यकारी
अधिकारी
मार्क
एफ.
स्क्वै
ब
ने
कहा
कि
एयर
इंडिया
को
एलायंस
में
प्रवेश
के
कारण
करीब
5-10
करोड़
डॉलर
का
फायदा
हो
सकता
है।
देश में पहली बार हुई स्टार एलायंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बोर्ड (सीईबी) की बैठक के इतर मौके पर स्क्वै ब ने आईएएनएस से कहा, "यह तो सिर्फ एक शुरुआत है। जब एयर इंडिया की सदस्यता का एक साल पूरा हो जाएगा, तब आपको कम से कम 5-10 करोड़ डॉलर का लाभ दिखाई पड़ेगा।" एलायंस नेटवर्क रोजाना 193 देशों से 1,321 गंतव्यों के लिए 18,500 से अधिक उड़ानों का संचालन करता है।
स्क्वै ब ने कहा, "भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है। इसका घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और विस्तार होगा। इसलिए स्टार एलायंस के लिए इस बाजार में मजबूत उपस्थिति होना जरूरी था।"
एयर इंडिया के अध्यक्ष रोहित नंदन भी सदस्यता के लाभ को लेकर काफी उत्साहित हैं। सीईबी बैठक के इतर मौके पर नंदन ने आईएएनएस से कहा, "देश में आने वाले हवाई यात्रियों में स्टार नेटवर्क से हमारी सेवा में स्थानांतरित होने वाले यात्रियों की संख्या में 50 फीसदी वृद्धि हुई है।"
नंदन के मुताबिक एयर इंडिया एलायंस के अन्य सदस्य कंपनियों के साथ घनिष्ठ संबंध बना रही है। एयर इंडिया ने एयर कनाडा के साथ कोड शेयर एग्रीमेंट किया है और एवियांका तथा ईवीए एयर के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर (एमओयू) किया है। रोहित ने कहा, "मार्च तक स्टार एलायंस के अधिकतर सदस्यों के साथ कोड शेयर समझौता करने का लक्ष्य है।"
एयर इंडिया को मौजूदा कारोबारी साल में ही नेटवर्क से जुड़ने के कारण आय में 10 फीसदी उछाल की उम्मीद है। एयर इंडिया इसी साल जुलाई में स्टार एलायंस से जुड़ी है। इस सदस्यता के बाद एयर इंडिया के यात्री सिर्फ एक टिकट पर ही एलायंस नेटवर्क के सभी गंतव्यों की यात्रा कर पाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।