बिल्डरों ने दिया आश्वासन, कम हुए प्रॉपर्टी के दाम तो खरीददारों को मिलेगा फायदा
अगर प्रॉपर्टी के दामों में कमी आती है तो नोटबंदी से परेशान घर खरीदने वालों को रियल स्टेट थोड़ी राहत दे सकता है।
नई दिल्ली। विमुद्रीकरण के बाद कुछ ही लोग आवासीय अपार्टमेंट खरीद रहे हैं। अपार्टमेंट्स की खरीद में कमी के कारण, डेवलपर्स ने खरीददारों को एडजस्टमेंट का आश्वासन या मुआवजे का ऑफर देना शुरू कर दिया है।
डेवलपर्स के अनुसार यह आश्वासन उन ग्राहकों के लिए है जो घर खरीदने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अब प्रॉपर्टी के दामों के सही होने का इंतजार कर रहे हैं।
40 फीसदी कम हो गई खरीद और पूछताछ
सैकड़ों करोड़ का अम्मा का साम्राज्य, जानें किसे क्या मिलेगा?
अंग्रेजी अखबार इकॉनमिक टाइम्स के मुताबिक विमुद्रीकरण और कालेधन पर सरकार के अगले कदम की चिंता से रियल स्टेट क्षेत्र के बड़े मार्केट मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और पुणे में, इस संबंध में पूछताछ और बिक्री 40 फीसदी तक कम हो गई है।
वहीं सेकेण्ड्री मार्केट में भी ग्राहक और विक्रेता दोनों की ओर से ठहराव है। दोनों, बाजार में स्पष्टता के माहौल का इंतजार कर हैं वहीं प्राइमरी मार्केट में डेवलपर्स फिलहाल घर खरीदने वालों का इंतजार कर रहे हैं।
चीन का यह शख्स है 149 घरों का मालिक, शुरू की गई जांच
प्रॉपर्टी ब्रोक्रेज से जुड़े प्रकाश के मुताबिक कई घर खरीदने वाले लोग वेट एंड वॉच मोड में हैं क्योंकि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि दाम कम हो जाएंगे। कहा कि यह उम्मीद भ्रम की स्थिति से बाहर है और स्पष्ट नही है।
ऐसे करेंगे बाजार को प्रोत्साहित
बकौल प्रकाश, रियल्टी डेवलपर्स प्राइस गारंटी स्कीम के सहारे बाजार को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, ताकि बाजार में लाभ की गति बढ़ सके। कहा कि प्राइस गारंटी स्कीम के चलते बीते कुछ दिनों में ग्राहकों की ओर से पूछताछ में थोड़ी बढ़ोत्तरी हुई है।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में 500 और 1,000 रुपए के करेंसी नोट के विमुद्रीकृत किए जाने की घोषणा की थी।
अगर आपके पास हैं दो मकान या सोने के गहने तो ये खबर आपके लिए है जरुरी
पीएम की ओर से की गई इस घोषणा के बाद प्रॉपर्टी बाजार में काफी गिरावट आ गई थी। वहीं बीते दिनों एक मीडिया रिपोर्ट में बात सामने आई थी कि विमुद्रीकरण के फैसले से आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतों में 20 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है।