रेलवे ने बदला ये नियम, कई ट्रेनों की टिकट होगी सस्ती
नई दिल्ली। रेलवे में खाने को लेकर आए दिन कोई न कोई शिकायत मिलती रहती है। ऐसे में बहुत से यात्री चाहते थे कि टिकट के साथ खाना लेना अनिवार्य नहीं होना चाहिए। अगर आप भी ऐसे लोगों में से हैं जो ट्रेन का खाना पसंद नहीं करते हैं, तो आपके लिए रेलवे एक बड़ी खुशखबरी लेकर आया है।
खाने के नहीं देने होंगे पैसे
बुधवार को रेलवे ने घोषणा करते हुए कहा है कि अब आपको ट्रेन टिकट खरीदते समय खाने के पैसे देना जरूरी नहीं होगा। यह नया नियम 26 जुलाई से प्रभावी हो चुका है। इसका फायदा सबसे अधिक उन लोगों को होगा, जिन्हें ट्रेन का खाना पसंद नहीं आता था और वह उसका पैसा नहीं देना चाहते थे। अब आप टिकट बुक करते समय चाहें तो खाने का पैसा दें या चाहें तो खाने को टिकट से हटा दें, आपकी मर्जी।
इन ट्रेनों में मिलेगी सुविधा
रेलवे ने कैटरिंग को फिलहाल 31 प्रीमियम ट्रेनों में वैकल्पिक बनाया है। इन 31 प्रीमियम ट्रेनों में 7 राजधानी, 6 शताब्दी और दूरंतो शामिल हैं। फिलहाल रेलवे की तरफ से उन 31 प्रीमियम ट्रेनों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया गया है। इसका सीधा मतलब यह है कि इन ट्रेनों की टिकटें सस्ती हो जाएंगी, क्योंकि आपके लिए खाने के पैसे देना वैकल्पिक कर दिया जाएगा।
ये भी होगा बदलाव
कैटरिंग सेवा को बेहतर बनाने के लिए आईआरसीटीसी यात्रियों से उनके फीडबैक लेगी। इसके अलावा, भारतीय रेलवे के तहत चल रहे 100 किचन को आईआरसीटीसी को दे दिया जाएगा और साथ ही 20 नए मॉडर्न किचन भी खोले जाएंगे। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि आईआरसीटी के ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दी जा सकें।
खाने में मिली थी छिपकली
एक हफ्ते पहले भारत के कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (सीएजी) ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय ट्रेन में मिलने वाले खाने की बदहाली को लेकर एक रिपोर्ट पेश की थी। इस बीच एक हैरान करने वाली खबर आई है, जब एक ट्रेन में सर्व किए जाने वाले खाने में छिपकली पाई गई। यह घटना पूर्वा एक्सप्रेस की है, जब एक यात्री ने ट्रेन की कैटरिंग से खाना मंगवाया तो उसमें खाने के साथ छिपकली पाई गई। यात्री ने रेलवे मिनिस्टर को ट्विटर पर फोटो शेयर करते हुए कहा, 'मोकमा में खाना ऑर्डर किया था और मिला यह'। यात्री ने कैंटिन मैनेजर और टीटीई को भी इसके बारे में शिकायत की और उसके बाद रेलवे मिनिस्टर को ट्विटर पर बताया।