खबरदार, आलू की टिक्की महंगी न हो जाए, बढ़ते दाम आलू के
नई
दिल्ली(विवेक
शुक्ला)
आपके
लिए
आलू
की
टिक्की
से
लेकर
आलू
की
चाट
खाना
महंगा
हो
सकता
है।
आलू
उत्पादक
राज्यों
में
हाल
ही
में
आई
बाढ़
के
कारण
आलू
की
पैदावार
पर
असर
पडऩे
की
आशंका
बताई
जा
रही
है।
फिर महंगा होने की तैयारी में आलू
इसकी आपूर्ति घटने और त्योहारी मौसम की शुरूआत होने के कारण आलू की कीमतें बढ़ सकती हैं। इधर, आलू की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह इस बार रबी सीजन में आलू का उत्पादन करीब 20 फीसदी कम होना बताया जा रहा है।
कारोबारियों का कहना है कि आलू का करीब 80 फीसदी उत्पादन रबी सीजन में होता है लेकिन इस साल मौसम की मार की वजह से आलू की फसल खराब हुई थी जिससे उत्पादन कम हुआ।
40 रुपए किलो के पार जाता आलू
मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों के खुदरा बाजार में आलू 40 रुपए किलो के पार पहुंच चुका है। आलू उत्पादक राज्यों में हाल ही में आई बाढ़ के कारण चालू वर्ष में आलू की पैदावार पर असर पडऩे की आशंका से भी कीमतों को बल मिल रहा है।
सरकारी पर गौर करें तो देश की 1,155 थोक मंडियो में आलू का औसत मासिक दाम इस समय 2,095 रुपए प्रति क्विंटल के करीब चल जा रहा है जो इसी साल फरवरी महीने में 872 रुपए प्रति क्विंटल था।
थोक बाजार में कीमतें बढऩे का असर खुदरा बाजार पर भी पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक, मुंबई में आलू का थोक भाव 2,150 रुपये प्रति क्विंटल और दिल्ली में 2,650 रुपए प्रति क्विंटल है,जबकि एक माह पहले मुंबई थोक मंडी में आलू 1,900 रुपए प्रति क्विंटल और दिल्ली थोक मंडी में 2,063 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिक रहा था।
साफ है कि आलू अब महंगा हो चुका है।दिल्ली में खुदरा भाव 40 रुपए किलो तक पहुंच गया है।
हालांकि उपभोक्ता मामलों के विभाग के अनुसार मुंबई और दिल्ली में आलू की खुदरा कीमत 30 से 33 रुपए किलो बताई जा रही है। हालांकि कहने वाले कहते हैं कि आलू और प्याज की उत्पादन लागत में काफी इजाफा हुआ है, इसके कारण भी कीमतें ज्यादा हैं।