नोटबंदी के बाद 5 लाख तक जमा करने वाले बुजुर्गों से नहीं होगी पूछताछ, सिर्फ ऑनलाइन देनी होगी जानकारी
यह फैसला किया गया है कि 70 साल से अधिक की उम्र के जिन बुजुर्गों ने अपने खातों में 5 लाख रुपए तक की राशि जमा की है, उनसे आयकर विभाग पूछताछ नहीं करेगा।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद बैंकों में 2.5 लाख रुपए से अधिक की राशि जमा कराने वाले लोगों से आयकर विभाग ने पूछताछ करने का फैसला किया था। अब यह फैसला किया गया है कि 70 साल से अधिक की उम्र के जिन बुजुर्गों ने अपने खातों में 5 लाख रुपए तक की राशि जमा की है, उनसे आयकर विभाग पूछताछ नहीं करेगा। हालांकि, अन्य सभी लोगों के लिए यह सीमा 2.5 लाख रुपए ही रहेगी और उनसे पूछताछ की जाएगी।
वित्त मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि आयकर विभाग की तरफ से डिपॉजिट के वेरिफिकेशन के लिए साफ तौर पर सीमा तय की गई है, जो 2.5 लाख रुपए है। मंत्रालय ने यह साफ किया है कि यह सिर्फ एक वेरिफिकेशन की प्रक्रिया है, न कि स्क्रूटनी या एसेसमेंट की। साथ ही यह भी कहा गया है कि वेरिफिकेशन ऑनलाइन किए जाने की बात है और 2.5 लाख से अधिक रुपए जमा करने वाले 70 साल से अधिक के शख्स को सिर्फ आईटी डिपार्टमेंट की साइट पर जाकर डिपॉजिट का जरिया बताना होगा। वहीं मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अगर किसी का भी डिपॉजिट पिछले साल के रिटर्न के हिसाब से हुआ तो उस शख्स का वेरिफिकेशन वहीं पर खत्म हो जाएगा। ये भी पढ़ें- पैनिक बटन वाला भारत का पहला मोबाइल 'एलजी के10' हुआ लॉन्च, जानिए इसकी खासियत
वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने कहा है कि आगे भी जो स्पष्टीकरण मांगना होगा, उसके लिए कोई नोटिस नहीं भेजा जाएगा और ई-वेरिफिकेशन के अलावा कोई थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन या जांच भी नहीं की जाएगी। अधिकारी के मुताबिक वेरिफिकेशन के लिए लोगों को ई-फाइलिंग के जरिए ईमेल और एसएमएस भेजे गए हैं, ताकि लोग ऑनलाइन जवाब दे सकें। वह बोले कि जिन लोगों ने ई-फाइलिंग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, उन्हें कर लेना चाहिए।