भारतीय स्टेट बैंक में उसके 5 सब्सिडियरी बैंकों के विलय को मिली कैबिनेट की मंजूरी
आपको बता दें कि पिछले साल ही भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सभी सब्सिडियरी बैंकों और भारतीय महिला बैंक को अपने साथ विलय कराने को मंजूरी दे दी थी।
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक में उसके पांच सब्सिडियरी बैंकों के विलय को केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। इसकी जानकारी खुद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को दी है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अभी महिला बैंक के बारे में कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। आपको बता दें कि पिछले साल ही भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सभी सब्सिडियरी बैंकों और भारतीय महिला बैंक को अपने साथ विलय कराने को मंजूरी दे दी थी। जिसके बाद यह प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया था।
जिन पांच सब्सिडियरी बैंकों को भारतीय स्टेट बैंक में मिलाए जाने को केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिली है, उसमें स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद शामिल हैं। इन पांच सब्सिडियरी बैंकों में से स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ मैसूर शेयर बाजार में भी लिस्टेड हैं। इससे पहले भी भारतीय स्टेट बैंक के साथ कई बैंकों का विलय हो चुका है। ये भी पढ़ें- 1 जनवरी के बाद होम लोन लेने वालों को ब्याज दर में मिलेगी सब्सिडी, जानिए कौन उठा सकता है इसका फायदा
2008 में भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंक स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र का भारतीय स्टेट बैंक में विलय हो गया था और फिर उसके दो साल बाद ही स्टेट बैंक ऑफ इंदौर को भी भारतीय स्टैट बैंक के साथ मिला दिया गया। अगर सभी सहयोगी बैंकों के भारतीय स्टेट बैंक से विलय के बाद भारतीय महिला बैंक का भी इसमें विलय हो जाता है तो यह बैंक दुनिया के बड़े बैंकों का मुकाबला करने लायक बन जाएगा। दिसंबर 2015 तक इस बैंक के पास 22,500 ब्रांच और 58,000 एटीएम थे। अकेले एसबीआई की ही 16,500 ब्रांच हैं। उसकी 191 ब्रांच विदेश में हैं, जो 36 देशों में फैली हैं।