जानिए, आपके ATM कार्ड पर लिखे नंबरों का क्या होता है मतलब
नई दिल्ली। यूं तो हम लोगों में से अधिकतक लोग डेबिट कार्ड (ATM कार्ड) और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी अपने कार्ड को गौर से देखा है? अगर आप अपने कार्ड को गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि उस पर 16 डिजिट का एक नंबर लिखा हुआ होता है।
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अक्सर लोग समझते हैं कि ये नंबर कार्ड जारी करने का नंबर है, लेकिन ऐसा नहीं है। आपके कार्ड पर लिखा 16 अंकों का ये नंबर बहुत कुछ बताता है। कार्ड पर लिखे इन नंबरों को समझने के लिए इन्हें चार हिस्सों में अच्छे से समझा जा सकता है।डिजीलॉकर पर रजिस्टर करने में हो रही दिक्कत, ये है सही तरीका
पहला अंक
पहला अंक यह दर्शाता है कि आखिर उस कार्ड को किसने जारी किया है। इस नंबर को मेजर इंडस्ट्री आइडेंटिफायर (MII-Major Industry Identifier) कहते है। आपको बता दें कि हर इंडस्ट्री के लिए यह अंक अलग होता है। आप सिर्फ इसी अंक को देखकर पता लगा सकते हैं कि वह कार्ड किस इंडस्ट्री का है।
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0-
ISO
और
अन्य
इंडस्ट्री
1-
एयरलाइन्स
2-
एयरलाइन्स
और
अन्य
इंडस्ट्री
3-
ट्रैवेल
और
इंटरटेनमेंट
(अमेरिकन
एक्सप्रेस
या
फूड
क्लब)
4-
बैंकिंग
और
फाइनेंस
(वीजा)
5-
बैंकिंग
और
फाइनेंस
(मास्टर
कार्ड)
6-
बैंकिंग
और
मर्चेंडाइजिंग
7-
पेट्रोलियम
8-
टेलिकम्युनिकेशन्स
और
अन्य
इंडस्ट्री
9-
नेशनल
असाइनमेंट
शुरू के 6 अंक
कार्ड पर लिखे पहले अंक समेत शुरु के 6 अंकों को अगर एक साथ देखा जाए तो यह उस कंपनी के बारे में बताता है जिसने आपका कार्ड जारी किया है। इसे Issuer Identification Number (IIN) कहते हैं।
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अमेरिकन
एक्सप्रेस
(American
Express)-
34XXXX,
37XXXX
वीजा
(VISA
)-
4XXXXX
मास्टर
कार्ड
(Master
Card)
-
51XXXX-55XXXX
मैस्ट्रो
(Maestro)-
6XXXXX
डिस्कवर
(Discover)-
6XXXXX
बाद के अंकों का क्या है मतलब?
बाद के 9 अंक- कार्ड पर लिखे अगले 9 अंक आपके बैंक अकाउंट से लिंक रहते हैं। यह पूरी तरह से बैंक अकाउंट नंबर नहीं होते हैं, न ही बैंक अकाउंट नंबर को कोई हिस्सा होते हैं, लेकिन बैंक अकाउंट से लिंक होते हैं।
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आखिरी अंक- किसी भी क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का आखिरी नंबर चेक डिजिट के नाम से जाना जाता है। इससे यह पता चलता है कि कार्ड वैध है या नहीं।
कहां-कहां इस्तेमाल होता है ये 16 अंकों का नंबर
डेबिट और क्रेडिट पर लिखे इन नंबरों का इस्तेमाल करके आप उस कार्ड से भुगतान कर सकते हैं। हालांकि, सिर्फ कार्ड नंबर का इस्तेमाल करके भुगतान नहीं हो सकता है। अगर आपका कार्ड डेबिट कार्ड है तो उसके साथ पिन नंबर डालना होता है और अगर आपने टू स्टेप सिक्योरिटी लगाई है तो फोन नंबर पर भेजा जाने वाला वन टाइम पासवर्ड भी बताना होता है।
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वहीं दूसरी ओर, अगर आपका कार्ड क्रेडिट कार्ड है तो फिर आपको अपने कार्ड नंबर के साथ उसके पीछे लिखा तीन अंकों का सीवीवी नंबर भी दर्ज करना होता है। इसके अलावा आपको या तो सिक्योर पासवर्ड या फिर आपके फोन पर भेजा गया वन टाइम पासवर्ड देना होता है, तभी आप भुगतान कर सकते हैं।