नौकरी देने को लेकर आई ये रिपोर्ट क्या वास्तव में सच है?
हाल ही में आए एक सर्वे के मुताबिक नौकरी ढूंढ़ने वालों के लिए पिछले साल के मुकाबले इस साल कम मौके हैं। यानी अप्रैल-जून तिमाही में हायरिंग बहुत ही कम होने की संभावना है।
नई दिल्ली। लोगों को नौकरी देने के मामले में अगर सकारात्मकता को देखा जाए तो भारत के नियोक्ता दुनियाभर में चौथे नंबर हैं। लेकिन हाल ही में आए एक सर्वे के मुताबिक नौकरी ढूंढ़ने वालों के लिए पिछले साल के मुकाबले इस साल कम मौके हैं। मैनपावर ग्रुप इंप्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे के अनुसार देश के 4389 नियोक्ताओं के सैंपल साइज में से 18 फीसदी नियोक्ता लोगों की भर्ती करेंगे। यह आंकड़े अगले तीन महीने के लिए नौकरी देने को लेकर आए गए हैं यानी अप्रैल-जून तिमाही में हायरिंग बहुत ही कम होने की संभावना है।
लोगों को नौकरी देने के लिए सकारात्मकता की बात की जाए तो इस मामले में पहले नंबर पर है ताइवान, जहां 24 फीसदी नियोक्ता लोगों को हायर करते हैं। इसके बाद नंबर आता है जापान का, जहां यह आंकड़ा 23 फीसदी है और उसके बाद तीसरा नंबर आता है स्लोवेनिया का, जबकि भारत चौथे नंबर पर है। ये भी पढ़ें- रिलायंस जियो गूगल के साथ मिलकर लाने वाला है बेहद सस्ता फोन
मैनपावर ग्रुप इंडिया ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर ए जी राव ने कहा- दुनियाभर में ऑटोमेशन की वजह से कंपनियों को छोटी-मोटी स्किल्स वाले लोगों की कम जरूरत होगी, जबकि हाई स्किल जॉब की मांग बढ़ेगी। यह मांग उन लोगों की होगी जो ऑटोमेशन की वजह से पैदा होगी। आज के समय में कंपनियां आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीक का अच्छे से अच्छा इस्तेमाल करना चाहती हैं, ताकि इनोवेशन पर जोर दिया जा सकेगा। मौजूदा समय में नौकरी ढूंढ़ने वालों को स्किल्स बढ़ाने और अन्य क्षेत्रों तक अपने जानकारी बढ़ानी होगी। ये भी पढ़ें- थोक महंगाई बढ़कर पहुंची 39 महीनों के उच्चतम स्तर पर, जानिए कितनी हुई बढ़त