GST लागू होने से बस कुछ घंटे पहले पता चलेंगी वास्तविक दरें, जानिए क्यों
नई दिल्ली। सरकार की योजना है कि वह जीएसटी की वास्तविक दरों की घोषणा 30 जीएसटी के लागू होने से कुछ घंटे पहले ही करेगी। दरअसल, अगर सरकार अभी इन दरों को जारी कर देगी तो कुछ कारोबारी टैक्स की दर को ध्यान में रखकर अपना प्रोडक्शन बढ़ा या घटा सकते हैं। सरकार नहीं चाहती है कि कोई भी जीएसटी का दुरुपयोग करे, इसलिए यह दरें जीएसटी लागू होने से कुछ घंटे पहले ही पता चलेंगी।
जीएसटी के 5 स्लैब
सरकार ने जीएसटी के 5 स्लैब बनाए हैं। यह स्लैब 5 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी, 28 फीसदी और 28 फीसदी+सेस हैं। सरकार ने बहुत सारी ऐसी चीजों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा है, जो आम आदमी के लिए बहुत जरूरी हैं। डीजल-पेट्रोल, प्राकृतिक गैस एविएशन फ्यूल आदि पर भी कोई जीएसटी नहीं लगाया गया है।
ये भी पढ़ें- GST को लेकर कभी न करें ये 5 गलतियां, हो सकती है जेल
सोने-चांदी पर जीएसटी
सोने-चांदी पर जीएसटी की दर 3-5 फीसदी के बीच होगी। उम्मीद है कि सोने-चांदी पर जीएसटी की दर 3 फीसदी होगी। वहीं दूसरी ओर, गहनों के मेकिंग चार्ज पर 5 फीसदी जीएसटी लगना तय है, जिससे सोने-चांदी के गहने महंगे हो जाएंगे।
ये भी पढ़ें- इस नंबर पर करें मिस कॉल, 500 रुपए से रिचार्ज हो जाएगा मोबाइल, जानिए कैसे होगा ये
ये भी ध्यान रखें
अगर सर्विस सेक्टर की बात करें तो सेवाओं पर टैक्स दो स्लैब के तहत लगेंगे। सेवाओं पर टैक्स 12 फीसदी और 18 फीसदी की दर से लगेंगे। यह सेवा पर निर्भर होगा कि वह कितनी जरूरी है और सरकार उस पर कितनी कमाई करना चाहती है। हालांकि, यह लगभग तय है कि क्रेडिट कार्ड के बिल, मोबाइल बिल आदि पर 18 फीसदी जीएसटी लगेगा, क्योंकि टेलिकॉम और वित्तीय सेवाओं को 18 फीसदी जीएसटी के दायरे में रखा गया है।