नोटबंदी से सरकार का खजाना कितना बढ़ा, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जारी किए आंकड़े, पढ़िए 11 बातें
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नोटबंदी से देश में टैक्स वसूली बढ़ी है। इससे प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर दोनों में ही काफी अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद इस दौरान सरकार को हुई वसूली और पिछली 3 तिमाही में हुई वसूली के बारे में वित्त मंत्री आंकड़े जारी कर दिए हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया कि कितनी वसूली हुई है और इसके सभी आंकड़े भी जारी किए। उन्होंने यह भी कहा कि नोटबंदी से देश में टैक्स वसूली बढ़ी है। नोटबंदी के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। आइए जानते हैं वित्त मंत्री ने क्या-क्या कहा।
1-
अप्रत्यक्ष
कर
में
नवंबर
2016
के
मुकाबले
दिसंबर
2016
में
12.8
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
2-
अप्रैल
2016
से
दिसंबर
2016
तक
अप्रत्यक्ष
कर
में
25
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
3-
अप्रैल
2016
से
दिसंबर
2016
तक
प्रत्यक्ष
कर
में
12.01
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
4-
पिछली
तीन
तिमाही
यानी
अप्रैल
2016
से
दिसंबर
2016
तक
उत्पाद
शुल्क
में
43
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
5-
नोटबंदी
से
अधिकतर
राज्यों
में
वैट
वसूली
भी
बढ़ी
है।
हालांकि,
अभी
तक
प्राप्त
डेटा
सिर्फ
नवंबर
तक
का
है,
दिसंबर
में
हुई
वैट
वसूली
का
डेटा
करीब
22
जनवरी
के
बाद
मिलेगा।
ये
भी
पढ़ें-
नोटबंदी
पर
आरबीआई
गवर्नर
उर्जित
पटेल
से
पीएसी
ने
पूछे
10
सवाल
6-
अप्रैल
2016
से
दिसंबर
2016
तक
सर्विस
टैक्स
की
वसूली
में
23.9
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
7-
दिसंबर
2016
में
दिसंबर
2015
के
मुकाबले
सर्विस
टैक्स
में
12.4
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
8-
दिसंबर
2016
में
दिसंबर
2015
के
मुकाबले
उत्पाद
शुल्क
में
31.6
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
इसके
सबसे
अधिक
मैन्युफैक्चरिंग
सेक्टर
ने
अपना
योगदान
दिया
है।
9-
दिसंबर
2016
में
दिसंबर
2015
के
मुकाबले
सीमा
शुल्क
की
वसूली
में
6.3
फीसदी
की
गिरावट
आई
है।
दरअसल,
नोटबंदी
के
दौरान
सोने
के
आयात
में
भारी
कमी
दर्ज
हुई
है
और
सीमा
शुल्क
का
एक
बड़ा
हिस्सा
सोने
पर
लगने
वाले
टैक्स
से
ही
आता
है।
10-
अप्रैल
2016
से
दिसंबर
2016
तक
सीमा
शुल्क
में
4.1
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
11-
दिसंबर
2015
से
दिसंबर
2016
तक
सभी
अप्रत्यक्ष
करों
को
एक
साथ
देखा
जाए
तो
इसमें
14.2
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।