अमेरिका: फेडरल बैंक ने साल 2016 में पहली बार बढ़ाई ब्याज दर, भारत के लिए चिंता की बात
अमेरिका में नए राष्ट्रपति को चुने जाने के साथ ही मजबूत होकर उभर रही अर्थव्यवस्था के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है।
वॉशिंगटन। अमेरिका में नए राष्ट्रपति को चुने जाने के साथ ही मजबूत होकर उभर रही अर्थव्यवस्था के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है।
अमेरिका में बैंक लोन होंगे महंगे
खबर यह भी है कि वर्ष 2017 में ब्याज दरों में तीन और घोषणाएं की जा सकती हैं। फेडरल बैंक के इस फैसले के बाद अमेरिका में बैंक लोन महंगे हो जाएंगे।
फेडरल बैंक की नीतिगत बैठक के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार और मजबूत किए जाने का हवाला देते हुए ब्याज दर बढ़ाई गई है।
फेडरल बैंक की नीति बनाने वाली फेडरल ओपन मार्केट कमिटी ने मुख्य फेडरल दरों में 0.5 से 0.75 फीसदी तक बढ़ोतरी का सर्वसम्मति से निर्णय किया है। पर साथ ही कहा है कि अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे आगे बढ़ाना होगा।
भारत में होने वाले निवेश पर होगा असर
अमेरिकी बाजार को मजबूत करने के लिए यह एक अच्छी खबर मानी जा रही है। पर अमेरिका में काम करने वाली भारतीय कंपनियों के लिए और दूसरे देशों का इस पर असर पड़ सकता है। साथ ही भारतीय बाजार में होने वाले निवेश पर भी असर पड़ सकता है।
फेडरल बैंक के इस फैसले को 10 वोटों का समर्थन मिला। वहीं इसके खिलाफ एक भी वोट नही पड़ा। इससे पहले फेडरल बैंक ने वर्ष 2015 में दिसंबर माह में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी।
बेरोजगारी कम होने की उम्मीद
फेडरल बैंक ने बताया कि पिछले नौ सालों में बेरोजगारी दर सबसे निचले 4.6 के स्तर पर पहुंच गई है। वहीं बेरोजगारी की दर को वर्ष 2017 में 4.5 फीसदी के स्तर पर रहने का अनुमान जताया गया है।
फेडरल रिजर्व बैंक ने उम्मीद जताते हुए कहा कि अमेरिका की विकास दर में 1.9 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।