अर्थव्यवस्था: कौन-कौन से देशों को जल्द पछाड़ देगा भारत?
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था उस देश का विकास तय करती है। महाशक्ति की फेहरिस्त तैयार करती हैं। हालांकि भारत में सत्तारूढ़ मोदी सरकार के साथ ही इन कयासों को एक नई दिशा मिली है। माना जा रहा है कि 2025 तक भारत समेत दुनिया के अन्य देशों का नक्शा बदल जाएगा। जिसकी वजह है आर्थिक रूपरेखा में बदलाव।
पढ़ें-
फार्च्यून
मैगजीन
का
दावा
भारत
बन
सकती
है
दुनिया
की
सबसे
बड़ी
अर्थव्यवस्था
बहरहाल वनइंडिया ने एक पड़ताल की कि इस वक्त कौन सा देश कहां पर है और आने वाले वक्त में किस स्थान पर होगा। पेश है ये रिपोर्ट-
टॉप पर रहेगा अमेरिका
जानकारी की मानें तो 18,100 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वाला अमेरिका आर्थिक रूप से दुनिया की महाशक्ति है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अमेरिका की हिस्सेदारी करीबन 22.4 फीसदी है। माना जा रहा है कि अगले एक दशक तक अमेरिका के चोटी पर बने रहने का अनुमान है।
दुनिया में दूसरे स्थान पर चीन
11,200 अरब डॉलर की जीडीपी वाला चीन दुनिया की दूसरी और एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जिसका सबसे बड़ा कारण कहीं न कहीं भारत का बाजार भी है। 1970 के दशक में औद्योगिकीकरण की शुरुआत के बाद चीन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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चीनी अर्थव्यवस्था में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 45 फीसदी है। साल 2012 में चीन और भारत के बीच आपसी व्यापार 66 अरब डॉलर का था। जबकि साल 2015 तक दोनों देशों ने इस व्यापार को बढ़ा कर 100 अरब डॉलर तक पहुँचाने का बीड़ा उठाया। जिससे इस बात से पर्दा उठ जाता है कि चीन की सुधरती हुई अर्थव्यवस्था में भारत का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
एशिया में दूसरे नंबर पर जापान
एशिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था जापान का सकल घरेलू उत्पाद 4,200 अरब डॉलर है। लेकिन 2008 की वैश्विक मंदी के बाद से जापान की अर्थव्यवस्था संघर्ष कर रही है। इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रो मैकेनिकल प्रोडक्ट्स के लिए विख्यात जापान को अमेरिका और दक्षिण कोरिया से कड़ी टक्कर मिल रही है।
खिसक सकता है ताज
फ्रांस दुनिया की पांचवीं और यूरोप की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है। फ्रांस की जीडीपी 2,900 अरब डॉलर है. अनुमान है कि 2022 तक फ्रांस नौवें नबंर पर आ जाएगा। जानकारी के मुताबिक टैक्स नीति और यूरो संकट भी इसके लिए जिम्मेदार होंगे।
और पछाड़ देगा इसे 'भारत'
मशीन,
वाहन,
घरेलू
मशीनरी
और
केमिकल
उद्योग
में
धाक
जमाने
वाला
जर्मनी
चौथी
बड़ी
अर्थव्यवस्था
है।
जर्मनी
की
जीडीपी
3,400
अरब
डॉलर
है।
जर्मनी के पास कुशल कामगार हैं लेकिन देश युवाओं की कमी से जूझ रहा है। 2022 तक जर्मनी के फिसलकर छठे नंबर पर आने का अनुमान है।
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अभी छठवें स्थान पर, जल्द होगा आठवें नंबर पर
भारत के बढ़ते हुए कदम ब्रिटेन को पीछे छोड़ने को एकदम तैयार हैं। 2,850 अरब डॉलर जीडीपी वाला ग्रेट ब्रिटेन छठी बड़ी अर्थव्यवस्था है। सर्विस और बैंकिंग सेक्टर ब्रिटिश अर्थव्यवस्था का मजबूत हिस्सा है। लेकिन अगले 10 साल में दूसरे देश ब्रिटेन से आगे निकल जाएंगे। देश आठवें नंबर पर होगा।
सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था 'भारत'
भारत में जब-जब अर्थव्यवस्था पर चर्चा होती है तो चढ़ती हुई अर्थवय्वस्था के साथ सियासत का एक छोर अपनी पीठ थपथपाने लगता है। हालांकि इसके विपरीत होने पर विपक्षियों द्वारा तीखे हमले शुरू हो जाते हैं। 2,300 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद वाला भारत दुनिया की सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। 7.5 फीसदी विकास दर के साथ भारत इस वक्त दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। 2022 तक भारत ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी को पीछे छोड़कर चौथे नंबर पर आ सकता है।