चीन में 22,000 लोगों की नौकरी गई, इनकी भी जा सकती है नौकरी
बीजिंग। चीन के सरकारी बैंकों ने बड़ी संख्या में छंटनी की है। विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में इस वर्ष बैंकिंग उद्योग काफी कठिन समय का समाना कर रहे हैं।
इतना ही नहीं इस खराब हालात से मजबूत मानी जाने वाली चीन की सेना भी अछूती नहीं है।
चीन के प्रमुख चार बैंकों ने इस साल के पहले अर्धवार्षिक में फ्लैट नेट प्रॉफिट की नकारात्मक रिपोर्ट दी है। इस कारण से 22,260 लोगों की छटनी कर दी गई है। इस बात की जानकारी हांग कांग के साउथ चीन मॉर्निंग पोस्ट ने दी।
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इतने लोगों के पास थी नौकरी
इतनी बड़ी संख्या में लोगों का निकाला जाना चिंता कि विषय है क्योंकि साल 2015 के आखिरी में करीब 18.7 लाख लोग इस क्षेत्र में नौकरीशुदा थे।
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जब आर्थिक मंदी जारी रही तो चीन ने इस बात की घोषणा कर दी थी कि उसकी योजना है कि स्टील और कोल उत्पादन की क्षमता में कमी करना है जिसके चलते 18 लाख नौकरियां जा सकती हैं।
चीनी सेना भी नहीं है अछूती
इससे चीन की सेना भी अछूती नहीं है। 23 लाख सैनिकों वाली सेना से भी 3 लाख सैनिक अगले साल तक हटाए जा सकते हैं।
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गैर आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस वर्ष चीन के बैंकिंग उद्योग का मुनाफा 3.5 फीसदी कम हुआ है। बीते साल के पहले तिमाहियों में चीन के चार प्रमुख बैंको ने 1 फीसदी से कम का लाभ रिपोर्ट किया था।
इन बैंकों से निकाले गए लोग
कई बैंकों ने विभिन्न श्रेणियों के ह्यूमन रिसोर्स रिफॉम के तौर तहत छंटनी कर कर रही है। बैंक ऑफ चीन ने बताया कि जून 2016 से अब तक 303,161 कर्मियों में 6,881 लोग निकाले जा चुके हैं।
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एग्रीकल्चरल बैंक ऑफ चीन से भी 4,023 स्टाफ कम किए जा चुके हैं। वहीं इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्सियल बैंक ऑफ चीन ने भी 7,635 कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। चीन कॉन्सट्रक्शन बैंक ने भी 6,721 कर्मियों की छंटनी की है।