फरवरी के अंत तक नॉर्मल होंगे बैंकिंग व्यवस्था: अरुधंति भट्टाचार्य
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन अरुधंति भट्टाचार्य ने कहा है कि फरवरी के अंत कर बैंकिंग व्यवस्था सामान्य हो जाएंगे।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद बैंकिंग व्यवस्था चरमरा गई। नकदी संकट से बैंक भी गुजर रहा है। बैंकों में भी जरुरत से ज्यादा कम नकदी पहुंच गई है, जिसकी वजह से लोगों को भी जरुरत और मांग के मुताबिक नकद नहीं मिल रही है। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चेयरमैन अरुधंति भट्टाचार्य ने कहा है कि फरवरी के अंत कर हालात ठीक हो पाएंगे। एसबीआई की चेयरमैन अरुधंति भट्टाचार्य के मुताबिक मार्च तक ही पता चलेगा कि लोग अपना पैसा बैंक में रख रहे हैं या नहीं। इसीके आधार पर हम मार्च तक तय करेंगे की नई दर क्या होगी।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद हालात सामान्य होने में थोड़ा वक्त लगेगा। उम्मीद है कि फरवरी के आखिरी तक हालात सामान्य हो जाएंगे। अरुंधति भट्टाचार्य ने उम्मीद जताई है कि फरवरी के अंत तक बैंकिग व्यवस्था पहले की तरह नॉर्मल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नोट छपाई का काम युद्ध स्तर पर जारी है और जनवरी के अंत तक 500 की नोट बड़े पैमाने पर बैंकों में आ जाएगी।
आपको बता दें कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने रविवार को बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 0.9 फीसदी तक की कटौती कर दी। बैंक ने एक साल का मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट 8.90 से घटकर 8 फीसदी के स्तर पर आ गया है। आपको बता दें कि एसबीआई की होम लोन की ब्याज दरें 6 साल में सबसे नीचे पहुंच चुकी है। जबकि ब्याज दरे 10 साल में सबसे नीचे पहुंच चुकी है।