अगर दीवाली पर खरीदने जा रहे हैं हीरा तो जरा हो जाएं सावधान, क्योंकि...
नई दिल्ली। अगर आप दीवाली पर हीरे की ज्वैलरी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं। हम आपको डरा नहीं रहे, बल्कि आपको अलर्ट कर रहे हैं। अलर्ट इसलिए क्योंकि भारत के बाजार में ड्रैगन ने घुसपैठ की है। चीनी नकली हीरों ने भारतीय बाजार में गुपचुप सेंध लगा दी है।
पहचान पाना मुश्किल
आपको बता दें कि आप देखकर इस नकली चीनी हीरे की पहचान नहीं कर पाएंगे, क्योंकि ये नकली हीरे देखने में बिल्कुल असली हैं। इतना ही नहीं हीरे की कसौटी यानी कट, कैरेट, कलर, क्लैरिटी और पॉलिश से इन इन्हें पहचान पाना आम जौहरी के बस की बात नहीं है। इसे ड्रैगन की चालाकी ही कहेंगे कि ये नकली चीनी हीरे असली हीरों की तरह प्रमाणित भी हैं। चीन के लैब में तैयार ये नकली हीरे आपको आसानी से ठग सकते हैं। आपको बता दें कि रोजाना दस हजार से ज्यादा हीरे चीन निर्यात हो रहे हैं। इनका एक बड़ा हिस्सा चोरी-छुपे भारत पहुंच रहा है।
हीरे से सस्ता
आपको बता दें कि चीनी हीरे की कीमत असली हीरे की तुलना में कीमत 30 से 40 फीसदी तक कम है। असली हीरे को बेचने पर सोने की तरह बाजार भाव मिलता है। लेकिन इस चीनी नकली हीरे को बेचने पर आपको एक पैसा भी रिटर्न नहीं मिलेगा। लैब में बनें ये नकली हीरे मनचाहे आकार, आकृति, रंग और चमक के बनाए जा सकते हैं। सीवीडी तकनीक से बने इस हीरे को बनाने में सिर्फ 100 घंटे लगते हैं।
कैसे बचें?
हीरे खरीदते वक्त हमेशा उसकी प्रमाणिकता की सार्टिफिकेट दी जाती है। चीनी हीरे खरीदते वक्त भी सार्टिफिकेट दिए जाते हैं, लेकिन उनमें बेहद बारीक अक्षरों में लिखा है 'ग्रोन इन लेबोरेट्री'। अब बहुत ही बारीकी से देखेंगे तभी आपको इसका पता चलेगा। इन नकली हीरों को जेमोलॉजिकल एक्सपर्ट ही पहचान सकते हैं। इसलिए हमारी सलाह है कि हीरा सर्टिफाइड और विश्वासपात्र शोरूम से ही लें।