बाबा रामदेव की डबल गारंटी वाली शहद की हुई शिकायत, कोर्ट पहुंचा मामला
नई दिल्ली। बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि आयुर्वेद और दूसरी एफएमसीजी कंपनियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। पूरा मामला उत्पाद के विज्ञापन से जुड़ा हुआ है। इस बीच एएससीआई ने पतंजलि हनी के विज्ञापन में बदलाव के लिए कहा है।
पतंजलि
हनी
के
विज्ञापन
पर
डाबर
ने
की
थी
शिकायत
एडवरटाईजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) ने पतंजलि शहद के विज्ञापन में जरूरी बदलाव या फिर हटाने के लिए कहा है।
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एएससीआई ने कहा है कि पतंजलि शहद का जो विज्ञापन प्रसारित किया जा रहा है वह गुमराह करने वाला है। एएससीआई ने कहा कि पतंजलि आयुर्वेद ने अपने शहद में जो शुद्धता को लेकर दावा किया है वह निराधार है।
एएससीआई ने ये कार्रवाई डाबर इंडिया की शिकायत पर किया है। डाबर इंडिया, 600 करोड़ के ब्रांडेड शहद की श्रेणी में अहम नाम है।
पतंजलि
ने
एएससीआई
के
खिलाफ
कोर्ट
में
किया
केस
इस बीच पतंजलि कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि हमने एएससीआई के खिलाफ एक केस कोर्ट में दर्ज कराया है। पतंजलि कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि उनके बोर्ड में कोई एक्सपर्ट नहीं हैं और इन मामलों में उन्हें फैसले लेने का अधिकार नहीं है। हम अगली सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं।
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एससीआई ने पतंजलि कंपनी के उस दावे पर सवाल उठाए हैं जिसमें कहा जाता है कि पतंजलि हनी- शुद्धता की डबल गारंटी। एएससीआई के मुताबिक उनका ये दावा बेहद गुमराह करने वाला है।
पतंजलि अपने विज्ञापन में दावा करता है कि पतंजलि शहद 100 तरह की जांच से गुजरा है। इस जांच में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) के तय मानकों का भी ध्यान रखा जाता है।