विप्रो में ‘सनराइज’ की तैयारी करते अजीम प्रेमजी
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) देश की प्रमुख आईटी कंपनी विप्रो में सनराइज होने जा रहा है। विप्रो चेयरमेन अजीम प्रेमजी जल्दी ही अपने बड़े साहबजादे राशिद प्रेमजी को विप्रो बोर्ड में ले सकते हैं। विप्रो को देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी का दर्जा प्राप्त है।
राशिद अभी विप्रो के चीफ स्ट्रेटजी आफिसर के ओहदे पर काम कर रहे हैं। वे मीडिया की नजरों से दूर रहते हैं। उन्हें जल्दी ही बोर्ड में लेने की तैयारी है। इसके साथ ही विप्रो में सक्सेशन प्लान साफ हो जाएगा। यानी जब प्रेमजी रिटायर होंगे,तब विप्रो की कमान राशिद के कंधों पर होगी। राजधानी में आज आईटी सेक्टर से जुड़े एक विश्वसनीय सूत्र ने उक्त जानकारी दी।
2007 में ज्वाइन किया
राशिद ने साल 2007 में विप्रो को ज्वाइन किया था बिजनेस मैनेजर के रूप में। वे हारवर्ड बिजनेस स्कूल के स्टुडेंट रहे हैं। उनके करीबी कहते हैं कि वे बहुत मेहनती किस्म के इंसान हैं। अपने काम से काम में मतलब रखते हैं।
बता दें कि कुछ समय पहले ही अजीम प्रेमजी ने
आबिद अली नीमचवाला को विप्रो का ग्रुप हेड औरचीफ आपरेटिंग आफिसर (सीओओ) बनाया है। नीमचवाला पहले विप्रो की राइवल कंपनी टाटा कंसलेटेंसी सर्विसेज(टीसीएस) में अहम ओहदे पर थे।
बदलाव की बयार
यानी प्रेमजी विप्रो में कई स्तरों पर बदलाव कर रहे हैं। नीमचवाला को आईटी सेक्टर का एकस्पर्ट माना जाता है। जानकारों का कहना है कि अजीम प्रेमजी अब कंपनी में शक्तियों को बांट रहे हैं। वे विप्रो मैनेजमेंट में यंग प्रोफशनल को सौंप रहे हैं।