उपभोक्ताओं से ठगी नहीं तो और क्या है यह!
मुंबई।
ई
कॉमर्स
कम्पनियों
ने
ऑनलाइन
सेल
में
जिस
तरह
से
उपभोक्ताओं
को
लुभाना
शुरू
कर
दिया
है
उससे
कई
सवाल
खड़े
हो
रहे
हैं।
किसी
भी
दिन
को
विशेष
दिन
बताकर
अपने
सामान
को
पहले
से
ज्यादा
संख्या
में
बेच
देने
का
फॉर्मूला
इन्हीं
ई
कॉमर्स
कम्पनियों
की
ओर
से
इजात
किया
हुआ
व्यवसायी
पैंतरे
के
अलाव
कुछ
भी
नहीं
है।
बिग
बिलियन
डे,
बिग
सिंगल
रीटेल
डे
से
लेकर
तमाम
ऐसे
विशेष
दिनों
की
काल्पनिक
रचना
की
जा
रही
है
जिसके
आगे
जागो
ग्राहक
जागो
जैसे
विज्ञापन
भी
कुछ
नहीं
है।
फ्लिपकार्ट के बाद अब कई कम्पनियों ने ठीक इसी तरह से लुभाने का प्रयास किया है। चीन की ई कॉमर्स कम्पनी अलीबाबा ने 11 नवम्बर के दिन को 'सिंगल्स डे' घोषित करके महज एक घंटे में दो अरब डॉलर ग्राहकों से खींच लिए। यानी एक घंटे में करीब 123 करोड़ रुपए। गौरतलब है कि इससे पहले भी अलीबाबा ऑनलाइन सेल कर चुकी है।
ग्यारह नवम्बर को ही भारत में अमेजन और स्नेपडील ने भी अपने-अपने डे घोषित कर ग्राहकों को लुभाया। इसमें अरबों रुपए की सेल होने का अनुमान है। फ्लीपकार्ट ने भी पिछले दिनों बिग बिलियन डे घोषित कर अरबों रुपए का जुटाए थे।
क्यों है यह गलत
दरअसल, बिजनेसमैने को सबसे ज्यादा कमाई अब रीटेल से हटकर ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनियों में ही दिखने लगी है। वो इसलिए कि रीटेल में आप कीमत को लेकर बेहस कर कम करा सकते हैं लेकिन इंटरनेट के जरिए खरीदते वक्त आपको एक ही कीमत पर ही खरीदना पड़ता है। दूसरा, माल वास्तव में कैसा है उसका पता लोगों को खरीदने के बाद ही चल पाता है। इसमें ठगी के मामले में भी सामने आ चुके हैं। ऐसे में उपभोक्ता नियमों के मुताबिक तरह की बिक्रियां कई सवाल खड़े करती हैं।