500 और 1000 के 97 फीसदी नोट आए बैंक में वापस, पीएम के दावों पर उठने लगे सवाल
पीएम मोदी ने कहा था कि नोटबंदी से कालेधन पर लगाम लगेगी। 97 फीसदी पुराने नोट बैंक में वापस आ चुके हैं और इस घोषणा से 100 से भी अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी है।
नई दिल्ली। नोटबंदी की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने इस बात पर जो दिया था कि इस कदम से कालेधन पर रोक लगेगी, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 97 फीसदी पुराने नोट बैंक में वापस आ चुके हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार 30 दिसंबर तक बैंक में 14.97 लाख करोड़ रुपए के पुराने नोट वापस आ चुके हैं। पुराने नोटों का इतनी बड़ी संख्या में वापस आ जाने से अब मोदी सरकार पर सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर, अभी 30 जून तक एनआरआई लोग अपने पुराने नोट भारतीय रिजर्व बैंक में जमा कर सकते हैं, ऐसे में नोटों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है।
वहीं
दूसरी
ओर,
विपक्षी
पार्टियां
भी
इस
बात
को
लेकर
मोदी
सरकार
पर
खूब
हमला
बोल
रही
हैं।
इतना
ही
नहीं,
भाजपा
की
सहयोगी
शिवसेना
का
भी
कहना
है
कि
नोटबंदी
ने
लोगों
के
अंदर
एक
डर
पैदा
कर
दिया
है,
जैसा
कि
अंग्रेजों
की
गुलामी
वाले
राज
में
होता
था।
उधव
ठकरे
ने
कहा
था-
लोग
जिंदा
हैं
और
इसीलिए
यह
'अच्छे
दिन'
हैं।
हालांकि,
मोदी
सरकार
ने
नोटबंदी
पर
लिए
अपने
फैसले
को
सही
कहा
है
और
दावा
किया
है
कि
लंबे
समय
में
नोटबंदी
देश
की
अर्थव्यवस्था
के
लिए
फायदेमंद
साबित
होगी।
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ने
बताया
'असली'
आपको
बता
दें
कि
8
नवंबर
को
पीएम
मोदी
ने
नोटबंदी
की
घोषणा
की
थी
और
कहा
था
कि
यह
फैसला
कालेधन
पर
लगाम
लगाएगा।
साथ
ही,
पहले
दिन
से
ही
सरकार
लोगों
से
डिजिटल
भुगतान
को
बढ़ावा
देने
की
अपील
कर
रही
है।
विपक्ष
ने
मोदी
सरकार
पर
इस
बात
को
लेकर
भी
खूब
हमला
बोला
कि
नोटबंदी
से
लोगों
को
बैंक
और
एटीएम
की
लाइनों
में
लगकर
परेशान
होना
पड़
रहा
है।
आपको
बता
दें
कि
नोटबंदी
की
वजह
से
करीब
100
लोगों
की
मौत
भी
हो
चुकी
है।
अब
देखना
ये
होगा
कि
सरकार
97
फीसदी
नोट
वापस
आ
जाने
पर
क्या
तर्क
देती
है।