हलवा खिलाकर बंद किया वित्त मंत्रालय के 100 अफसरों को
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। ब्रिटिश आर्किटेक्ट हरबर्ट बेकर के डिजाइन किए नार्थ ब्लाक में वित्त मंत्रालय के करीब 100 अफसरों को बंद कर दिया गया है। अब ये अपने घरवालों से भी 28 फरवरी तक नहीं मिल सकेंगे। ये सभी देश का आगामी वित्त साल के लिए बजट बनाने के जटिल काम में जुटे है।
हलवा खिलाया
बता दें कि इससे पहले इन्हें कल हलवा भी खिलाया गया। अब ये 28 फरवरी तक घर नहीं जा सकेंगे। जानकारी के मुताबिक, केन्द्री य बजट 2015-16 तैयार करने की प्रक्रिया से जुड़े 100 से भी ज्या दा अधिकारियों को नॉर्थ ब्लॉरक स्थित 'बजट प्रेस' में लॉक कर दिया जाएगा और वे आगामी 28 फरवरी तक लोकसभा में वित्तप मंत्री का बजट भाषण पूरा होने तक वहीं रहेंगे।
बजट की छपाई प्रकिया
इस बीच, केन्द्री य वित्तमंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में यहां 'हलवा समारोह' आयोजित किया गया, जो केन्द्रीिय बजट 2015-16 के बजट दस्तांवेजों की छपाई प्रक्रिया की शुरुआत को दर्शाता है।
'लॉक-इन' किया
बता दें किबजट बनाने की प्रक्रिया में गोपनीयता को बनाये रखने के लिए बजट तैयार करने से जुड़े अधिकारियों को 'लॉक-इन' कर दिया जाता है। ये अधिकारी 28 फरवरी को को वित्ति मंत्री द्वारा संसद में केन्द्री य बजट पेश करने के बाद ही अपने प्रियजनों से सम्प र्क कर पाएंगे।
आला अफसर मौजूद
इस अवसर पर वित्तप मंत्री श्री जेटली के साथ वित्त् राज्यज मंत्री श्री जयन्त् सिन्हात, वित्तस सचिव श्री राजीव महर्षि, राजस्वा सचिव श्री शक्तिकांत दास, वित्तींय सेवा विभाग में सचिव हसमुख अधिया, विनिवेश विभाग में सचिव सुश्री आराधना जौहरी, सीबीडीटी की अध्यवक्ष सुश्री अनिता कपूर, सीबीईसी के अध्याक्ष श्री कौशल श्रीवास्तवव, डीईए में संयुक्तव सचिव (बजट) श्री रजत भार्गव और वित्तष मंत्रालय के कई वरिष्ठि अधिकारी भी उपस्थित थे।
वित्ति मंत्रालय के संयुक्तज सचिव (बजट) की अगुवाई में आर्थिक मामलों के विभाग का बजट डिवीजन वार्षिक बजट तैयार करता है। यह प्रक्रिया शुरू करने के लिए बजट डिवीजन हर साल वार्षिक बजट सर्कुलर जारी करता है। इस सर्कुलर में तैयार किये जाने वाले बजट अनुमानों के वक्त व्य के स्वसरूप एवं सामग्री के संबंध में केन्द्रो सरकार के मंत्रालयों/विभागों के लिए विस्तृ त निर्देश होते हैं।
इस बीच,जानकारों ने बताया कि जिन्हें बंद किया गया है, उन्हें नार्थ ब्लाक के भीतर सभी सुविधाएं मिलेंगी। उन्हें खान-पान की कोई दिक्कत नहीं होगी।