कॉलेज ने लेडीज़ टॉयलेट में गर्ल स्टूडेंट की एंट्री पर लगाई रोक, जानें क्यों?
छात्रा द्वारा कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर उसे टॉयलेट के इस्तेमाल करने से रोक दिया गया।
कोलकाता। कोलकाता के एक कॉलेज ने अपने यहां पढ़ने वाली एक छात्रा की लेडीज टॉयलेट में एंट्री पर रोक लगा दी है। छात्रा द्वारा कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर उसे टॉयलेट के इस्तेमाल करने से रोक दिया गया।
मामला कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज का है, जहां कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जाने पर छात्रा को लेडीज टॉयलेट के इस्तेमाल से रोक दिया गया। उसे टॉयलेट में एंट्री नहीं दी गई, जिसके बाद उसे मजबूरी में पुरूषों के टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़ा। रिद्धिब्रता साहा के मुताबिक 75 प्रतिशत उपस्थिति नहीं होने की वजह से उन्हें फाइनल पेपर में बैठने से रोक दिया गया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें वाइस चांसलर से संपर्क करने को कहा गया।
रिद्धिब्रता के मुताबिक उन्होंने वीसी से मिलने से इंकार कर दिया और प्रशासन के फैसले के खिलाफ अनशन पर बैठ गई। उनका कहना है कि उपस्थिति कम होने की वजह से परीक्षा देने से रोकने का कोई नियम नहीं है और वो इसके लिए वीसी से भी नहीं मिलेंगी। रिद्धिब्रता पिछले 6 दिनों से अनशन पर बैठी है। उन्होंने बताया कि शुरूआत में 3 दिनों तक उन्हें लेडिज टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। उन्हें मजबूरन पुरुषों का टॉयलट इस्तेमाल करना पड़ा। हालांकि कॉलेज प्रशासन ऐसे किसी भी आरोपों से इंकार कर रही है।