नोटबंदी के कारण बढ़े पति-पत्नी के झगड़े: एनजीओ
नोटबंदी के बाद से पति-पत्नी के संबंधों में कड़वाहट आई है। उनके संबंध बिगड़े हैं और घरेलू हिंसा के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
नई दिल्ली। नोटबंदी के कारण आम से लेकर का खास लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। नोटबंदी की वजह से संबंधों पर भी असर पड़ा है। खासकर पति-पत्नी के बीच के संबंध को नोटबंदी ने बिगाड़ दिया है। नोटबंदी की वजह से पति-पत्नी के संबंध बिगड़े है। ये दावा हम नहीं बल्कि एनजीओ कर रही है। एनजीओ ने दावा किया है कि नोटबंदी के बाद से पति और पत्नी के बीच के संबंध में करवाहट आई है। घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी हुई है।
एनजीओ के मुताबिक नोटबंदी के कारण मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की घटनाओं में भी वृद्धि हुई । पति-पत्नी के झगड़ों को सुलझाने के लिए बने परामर्श केन्द्रों में इस दौरान दर्ज होने वाले मामलों में बढ़ोतरी हुई है। एनजीओ गौरवी की अध्यक्ष सारिका सिन्हा के मुताबिक नोटबंदी के बाद मध्यप्रदेश में घरेलू हिंसा के आंकड़े में तेजी आई है। एनजीओ के मुताबिक नोटबंदी के बाद महिलाओं ने अपने छुपाये हुए 500 और 1000 रुपए के नोट बैंकों में बदलने के लिए अपने पतियों को दिए, लेकिन बाद में उनके पतियों ने ये पैसे उन्हें वापस नहीं किए, जिसे लेकर पति-पत्नी के बीच संबंधों में खटास बढ़ गई है।
इतना ही नहीं एनजीओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कई मामले ऐसे भी आए हैं, जिनमें पत्नियों द्वारा छुपाए हुए पुराने नोट 30 दिसंबर के बाद मिले, जिसकी वजह से पति-पत्नी मेंमारपीट की नौबत तक आ गई। गौरवी परामर्श के मुताबिक मध्य प्रदेश में नोटबंदी के बाद 8 नवंबर से लेकर जनवरी के बीच उन के पास घरेलू हिंसा के 200 मामले आए, जबकि पहले मुश्किल से 50 मामले सामने आते है। इनमें से अधिकांश मामले नोटबंदी से जुड़े थे।