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बिहार में यहां रेलवे ट्रैक को लोग मानते हैं भगवान, करते हैं रोज पूजा

रेलवे ट्रैक पार करते समय कई बच्चे और बड़े अपनी जान गवां चुके हैं। जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने कई बार सरकार से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की। लेकिन कोई मदद न मिलने के बाद जानिए इस पूजा से बहुत कुछ मिला।

By Gaurav Dwivedi
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पटना। अपने परिवार, बच्चों और पति की लंबी उम्र की खातिर महिलाओं को ज्यादातर मंदिर या किसी भगवान की मूर्ति के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करते देखा जाता है। कभी-कभी महिलाएं पेड़-पौधे, गाय के साथ कई ऐसी जगहों पर पूजा-पाठ करते हुए भी देखी जाती हैं जिस पर लोग विश्वास नहीं करते। हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जिसे देखकर आप भी विश्वास नहीं करेंगे कि आखिरकार यहां की महिलाएं ऐसा करती हैं!

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बिहार में यहां रेलवे ट्रैक को लोग मानते हैं भगवान, करते हैं रोज पूजा

रेलवे ट्रैक की पूजा करने आईं गांव की महिलाओं ने इस पूजा के कारणों को बताते हुए कहा कि हम लोग जिस तरह भगवान की पूजा करते हैं उसी तरह इस रेलवे ट्रैक की भी पूजा करते हैं। क्योंकि आज से कई सालों पहले हमारे गांव में हर दिन किसी न किसी की ट्रेन से कटकर मौत हो जाती थी। जिसके बाद हम लोगों ने गांव की महिलाओं के साथ इस रेलवे ट्रैक पर पूजा करना, जल चढ़ाना और अगरबत्ती दिखाना शुरू कर दिया। वहीं गांव की रेलवे ट्रैक की पूजा कर रही सुमित्रा देवी का कहना है कि हम लोग यहां पूजा अपने पति और बच्चों की लंबी उम्र के लिए करते हैं क्योंकि यही एक ऐसा रास्ता है जिससे गांव के सभी लोग बाहर निकलते हैं। रेलवे ट्रैक को पार कर दूसरे गांव में जाने के वक्त कोई ट्रेन के चपेट में ना आ जाए इसलिए हम लोग इस को भगवान मानकर पूजा करते हैं और अगरबत्ती, कपूर से आरती भी करते हैं।

वहीं महिलाओं की इस दलील पर गांव के ही एक शख्स देवनंदन राय का कहना है कि रेलवे ट्रैक को पार करने के बाद ही लोग शहर पहुंचते हैं। शहर जाने के लिए एक और रास्ता है लेकिन उससे शहर जाने में काफी समय लग जाता है। इसी की वजह से मिल्की चक, हरौली, धर्मपुरा, राजपुरा, सर्वारपुर, नयाटोला, फुलेलपुर और मेउरा के लोग बाढ़ और अथमलगोला स्टेशन के बीच में पड़ने वाले पुल नंबर 58 से आते-जाते हैं। पहले से यहां पर सरकार ने एक अंडर ग्राउंड पुल बनाया है। लेकिन भूकंप के चलते वह गिर गया। जिसके बाद से लोगों का आना-जाना रेलवे ट्रैक को पार करके होने लगा।

रेलवे ट्रैक पार करते समय कई बच्चे और बड़े अपनी जान गवां चुके हैं। जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने कई बार सरकार से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की लेकिन आज तक आश्वासन के सिवाए और कुछ नहीं मिला। कई बार इस मामले में लोगों ने पत्र लिखकर रेल मंत्रालय को भी सूचित किया गया लेकिन इस गांव की समस्या को ना तो रेलवे देख रही है और ना ही सरकार। रेलवे ट्रैक को पार करते समय हर वक्त लोगों के मन में खौफ लगा रहता है कि कहीं वो ट्रेन की चपेट में ना आ जाएं। जिसे देखते हुए गांव की महिलाओं ने रेलवे ट्रैक की पूजा करना शुरू कर दिया। गांव की महिलाएं रेलवे ट्रैक की पूजा कर अपने बच्चे और परिवार की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।

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English summary
Women worship railway track for family safety in Bihar
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