सुकमा में नक्सलियों की गोलीबारी में शहीद हुए बिहार के ये 6 वीर सपूत
चिंतागुफा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन की दो कंपनियों को यहां तैनात होने के आदेश दिए गए थे। दरअसल बुरकापाल से चिंतागुफा के बीच बन रहे सड़क की सुरक्षा में इन जवानों को तैनात किया गया था।
पटना। छत्तीसगढ़ के सुकमा में तैनात बिहार के 6 सीआरपीएफ जवान नक्सलियों की गोली से शहीद हो गए। सीआरपीएफ जवानों पर नक्सली हमले में कुल 25 जवानों की शहीद होने की बात बताई जा रही है। जिसमें बिहार के 6 जवान शामिल हैं। बिहार के वीर सपूत शहीद जवानों में सासाराम के कृष्ण कुमार पांडेय, वैशाली के अभय कुमार लोमा, शेखपुरा के रंजीत कुमार, दरभंगा के नरेश यादव, दानापुर कैंट के सौरभ कुमार और भोजपुर के अजय मिश्र थे। खबर मिलते ही घरवालों समेत पूरे गांव में मातम का माहौल कायम हो गया।
बता दें की छत्तीसगढ़ का सुकमा नक्सल प्रभावित जिला माना जाता है। जहां सोमवार को नक्सलियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया और घात लगाकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे, इस हमले में सीआरपीएफ के कुल 25 जवानों की मौत हो गई और 6 जवान घायल हैं। इस घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र स्थित बुरकापाल गांव के नक्सलियों ने CRPF जवानों की टीम पर हमला किया। हमले के बारे में ऐसा बताया जा रहा है कि चिंतागुफा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन की दो कंपनियों को यहां तैनात होने के आदेश दिए गए थे। दरअसल बुरकापाल से चिंतागुफा के बीच बन रहे सड़क की सुरक्षा में इन जवानों को तैनात किया गया था। आदेश मिलने के बाद सड़क सुरक्षा में जा रहे जवानों पर अचानक नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
वहीं हमले में घायल जवानों ने बताया कि जब वो सड़क की सुरक्षा में थे तभी नक्सलियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें महिला नक्सली भी शामिल थीं। नक्सली हमले में जवाब देते हुए पुलिस दल ने भी गोली चलाई। लगभग 3 घंटे चली इस गोलीबारी में बिहार के इन जवानों ने जमकर लोहा लिया, नक्सली आधुनिक हथियारों से लैस थे, बावजूद ये वीर जवान पीछे नहीं हटे और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
इसी साल 11 मार्च को नक्सलियों ने सुकमा जिले में पुलिस बल पर घात लगाते हुए हमला कर दिया था। जिससे CRPF के 12 जवान शहीद हो गए थे तो अन्य तीन घायल हुए थे। लेकिन सोमवार को हुई ये घटना अब तक की सबसे बड़ी नक्सली घटना बताई जा रही है। वैसे तो शहीदों के परिवार में मातम का माहौल है लेकिन ऐसे वीरों को जन्म देने वाले मां-बाप अपने बेटों की शहादत पर गर्व ही करते हैं, कुछ इसी तरह शहीद हुए वैशाली के अभय कुमार लोमा के पिता ने कहा कि हमारा बेटा देश की सेवा में शहीद हुआ है इसलिए मुझे गम नहीं है पर बेटे को खोने का दुख बार-बार सता रहा है।