बिहार: नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून के विरोध में उतरे लोजपा चीफ राम विलास पासवान
पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून पर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया राम विलास पासवान ने कड़ा विरोध जताया है।
पासवान ने कहा कि अगर बिहार में किसी के घर से शराब बरामद होती है तो इसके लिए सीएम नीतीश कुमार को जेल भेजना चाहिए।
शराबबंदी कानून का विरोध
लोजपा चीफ राम विलास पासवान ने कहा कि वह शराबबंदी का समर्थन करते हैं लेकिन शराबबंदी कानून में कड़े दंड के प्रावधानों का विरोध करते हैं। यह कानून लोगों के मूल अधिकार और निजता के अधिकार का हनन करता है।
'पूरे परिवार को जेल नहीं भेजा जाना चाहिए'
पासवान ने कहा कि किसी के घर में शराब मिलने पर जुर्माना के साथ-साथ परिवार के सभी व्यस्कों को जेल में डाल देना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कठोरता से शराबबंदी लागू कर बिहार में महात्मा गांधी बनने की कोशिश कर रहे हैं। बिहार में कहीं भी शराब मिलने पर मुख्यमंत्री को जेल भेजना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट से नीतीश को राहत
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को शराबबंदी कानून मामले पर सीएम नीतीश कुमार को राहत दी था। पटना हाईकोर्ट ने शराबबंदी कानून को निरस्त कर दिया था जिसके बाद नीतीश सरकार ने 3 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिए गए अपने फैसले में पटना हाईकोर्ट के निर्णय पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी।
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5 अप्रैल को पूरे बिहार में शराबबंदी पर नीतीश सरकार ने अधिसूचना जारी की थी जिसे पटना हाईकोर्ट ने गैरकानूनी करार देकर निरस्त कर दिया था।
2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर नीतीश सरकार ने शराबबंदी कानून को कठोरता से लागू करने के लिए एक कड़े दंड का प्रावधान जोड़ा। इसके अनुसार अगर किसी घर से शराब बरामद होती है तो घर के सभी व्यस्क सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
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