कार्यक्रम में नहीं पहुंचे राजनाथ तो लालू ने कहा- देखा लालू आ रहा है, तो पटना आने से मना कर दिया
लालू यादव शायद ही किसी की चुटकी ना लेते हों। कुछ ऐसा ही उन्होंने चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर राजनाथ सिंह पर चुटकी ली।
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के अंदाज से हर कोई वाकिफ है। वो कब किस पर गुस्सा हो जाएं और कब किसकी चुटकी लें, कोई नहीं जानता। कुछ ऐसा ही सोमवार को हुआ।
दरअसल, स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह के कार्यक्रम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी पहुंचना था लेकिन वो नहीं आ सके।
लालू ने ली चुटकी
गौरतलब है कि चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर पटना में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव मौजूद थे। हालांकि राजनाथ के ना आने पर लालू, चुटकी लेने से नहीं चूके।
क्या फर्क पड़ता है!
लालू ने कहा कि यह कार्यक्रम, नीतीश और लालू का नहीं है। राजनाथ को नहीं आना था तो पहले ही बता देतें। फिर अपने परिचित अंदाज में लालू ने कहा 'जब देखा कि लालू आ रहा है, तो पटना आने से ही मना कर दिया। मंच पर उनके नाम का प्लेट और कुर्सी लगी थी। सब हटाना पड़ा।' लालू ने कहा कि आना है तो आओ, नहीं तो मत आओ। क्या फर्क पड़ता है।
गोडसे पर माल्यार्पण का आडम्बर नहीं चलेगा
इतना ही लालू ने राजनाथ के ना आने पर भारतीय जनता पार्टी को भी घेरा। उन्होंने कहा कि चुनाव में तो हमने खाली पैर लौटा दिया था। देश में कट्टरता फैलाने वालों को आइना दिखाया। लालू ने आगे कहा कि एक तरफ गांधी, दूसरी तरफ गोडसे पर माल्यार्पण का आडम्बर नहीं चलेगा।
राजनाथ थे आहत
स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे। राजनाथ के ना आने पर भाजपा की बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि वो चंपारण सत्याग्रह के कार्यक्रम से राजनीतिकरण से आहत थे। उन्होंने कहा कि लालू के मंच साझा करने से स्वतंत्रता सेनानी का सम्मान नहीं, अपमान किया जा रहा है।
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