बिहार: दंडवत करते अनोखे अंदाज मे विधानसभा पहुंचे बीजेपी विधायक
विनय बिहारी ने अपने क्षेत्र की जनता से जो वादा किया था वे उसे पूरा नहीं कर पाये और इसी को पूरा करने के लिए दंडवत विधानसभा के लिए निकले।
पटना। राजधानी पटना के सबसे पॉश इलाके कहे जाने वाले सचिवालय की सड़कों पर उस वक्त लोगों की भीड़ जमा हो गई जब विधानमंडल के बजट सत्र में शामिल होने के लिए एनडीए गठबंधन के लौरिया से विधायक और भोजपुरी गायक कलाकार सह बिहार सरकार के पूर्व कला संस्कृति मंत्री विनय बिहारी अनोखे अंदाज में दंडवत करते हुए पहुंचे। विनय बिहारी के इस अंदाज को देखने के लिए लोग भीड़ लगाए खड़े रहे। उनसे पूछने पर बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता से जो वादा किया था वे पूरा नहीं कर पाये और इसी को पूरा करने के लिए दंडवत विधानसभा के लिए निकले। उन्होंने आगे कहा कि जब तक वे अपने इलाके की सड़कों को बनवा नहीं लेंगे तब तक वे गांधी जी की तरह जीवन व्यतीत करेंगे। इसके लिए उन्होंने कुर्ता केंद्र सरकार को और पायजामा बिहार सरकार को दे दिया है। ये भी पढ़ें: यूपी चुनाव: प्रतापगढ़ में सांसद प्रमोद तिवारी और एमएलसी अक्षय गोपाल नजरबंद
हाफ पैंट और बनियान पहने अपने इलाके में घूम रहे हैं
छठ व्रती की तरह दंडवत करते हुए विधानसभा के गेट तक पहुंचे विधायक विनय बिहारी की सरकार से मांग है कि जब तक उनके इलाके की सड़क नहीं बनेगी तब तक उनका ये आंदोलन चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के लिए वे अकेले ही काफी हैं। बता दें कि इससे पहले पूर्व मंत्री विनय बिहारी ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी को अपना कुर्ता दे दिया था तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पायजामा। जिसके बाद से वे हाफ पैंट और बनियान पहने अपने इलाके में घूमते हैं।
सीएम नीतीश कुमार को लिखा शिकायती पत्र
उल्लेखनीय है कि विनय बिहारी के द्वारा पश्चिम चंपारण जिले के मनुआपुल से योगापट्टी होते हुए नवलपुर रतवल चौक के साथ-साथ अपने क्षेत्र की महत्वपूर्ण 44 किलोमीटर लंबी सड़क बनवाने के लिए पिछले 3 वर्षों से संघर्ष किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने कई बार बिहार राज्य पथ निर्माण विभाग के मंत्री और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिख कर मामले की जानकारी दी है लेकिन किसी ने भी उनकी अभी तक सुनी नहीं है।
सीएम नीतीश कुमार ने किया था हाईवे बनाने का वादा
विनय बिहारी का कहना है कि वे उस दिन तक कुर्ता पायजामा नहीं पहनेंगे जब तक सड़क बनने का कार्य न शुरू नहीं होगा। उनका ये भी कहना है कि कुर्ता भाजपा के विधायक का नहीं बल्कि भाजपा के मान सम्मान और प्रतिष्ठा का है। ऐसे में मांग पूरी होने पर कुर्ता वापस लेने की बात कही है। वहीं, पायजामे की बात करते हुए उन्होंने कहा कि पायजामा एक विधायक का नहीं बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास और सुशासन का है जो मुख्यमंत्री उनके किए हुए वादे को याद दिलाता रहेगा। क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगभग डेढ़ लाख जनता के सामने वर्ष 26 नवंबर 2013 को सड़क को स्टेट हाईवे बनाने का वादा किया था।लेकिन लोकसभा चुनाव खत्म होते ही यह वादा हवा-हवाई हो गया। ये भी पढ़ें: इलाहाबाद: सपा के पक्ष में दरोगा ने करवाई वोटिंग, बवाल