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सासाराम: चोरी के बाद सवालों के घेरे में बैंक, क्यों रखी थी पुरानी करेंसी और किसने की गायब ?

दरअसल अवैध हो चुके पुराने 500 और 1000 के नोट बैंक से गायब क्या हुए बैंक पर अब ये सवाल उठने लगा है कि जिन रुपयों की जगह रिजर्व बैंक में है वो बैंक में क्यों रखे थे ?

By Gaurav Dwivedi
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सासाराम। बिहार के रोहतास जिले के मध्य ग्रामीण बैंक में एक करोड़ 11 लाख 50 हजार रुपए के पुराने नोट गायब होने का मामला सामने आया है। गायब हुए नोटों में सभी नोट 500 और 1000 के बताए जा रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार बैंक ने तय तारीख के मुताबिक रिजर्व बैंक में पैसा क्यों जमा नहीं करवाया। जिस किसी ने भी पैसे का गमन किया है उसके पास भी जरूर किसी ऐसे रैकेट की जानकारी है जो इस अवैध धंधे को चला रहा है। मामले में बैंक मैनेजर की मदद से पुलिस बैंक से गायब हुए इन रुपयों के बारे में पता लगा रही है।

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मैनेजर समेत 6 कर्मचारियों पर आरोप

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वहीं मध्य ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर आरके त्रिवेणी ने बताया है कि सासाराम मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के मुख्य शाखा ने रिजर्व बैंक में तय तारीख तक एक करोड़ 11 लाख 50 हजार रुपए जमा नहीं कराए थे। जिनमें सभी 500 और 1000 के पुराने नोट शामिल थे। मामला सासाराम के मॉडल थाने में दर्ज कर मुख्य प्रबंधक सहित 6 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। अब जांच के बाद ही खुलासा होगा कि रकम जमा न करने के लिए कौन जिम्मेदार है ?

रिजर्व बैंक में अब तक क्यों जमा नहीं कराई गई थी पुरानी करेंसी ?

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मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक मानव सिंह ढिल्लों ने बताया कि मध्य ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर रविंद्र नाथ त्रिवेदी ने एक बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि बैंक में पुराने 500 और 1000 की करेंसी जमा होती थी जो बीते दिसंबर महीने तक जमा होकर रिजर्व बैंक को भेजी जानी थी। लेकिन रुपयों के अब तक जमा न होने के पीछे कोई न कोई चूक तो जरूर है।

बैंक ही खो देगी विश्वसनीयता तो जनता किस पर करेगी भरोसा ?

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मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक मध्य ग्रामीण बैंक के मुख्य प्रबंधक अशोक कुमार सिन्हा सहित राज किशोर तिवारी, नागेश्वर माझी, रोकड़ पाल, युगल किशोर सिन्हा, केके सिंह और अजीत कुमार को अभियुक्त बनाया गया है। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अब देखना है कि जब कार्यवाही होगी तो बैंक की साख बचेगी या जाएगी !

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English summary
More than one crore fake currency missing from bank in bihar
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