बिहार: बिन दहेज की शादी बनी मिसाल, 500 रुपए में रब ने बना दी जोड़ी
घरवालों के दहेज की मांग से एक शादी टूट गई लेकिन दिल जुड़ गए और जब दिल जुड़ा तो सामाजिक इस बुराई पर भी जीत मिली। दहेज को धक्का मार दोनों ने शिव मंदिर में शादी की।
पटना। 500 रुपए में एक-दूसरे के हुए दूल्हा दुल्हन, आप सोच रहे होंगे कि जहां शादी में लाखों खर्च होते हैं वहां 500 रुपए में कैसे एक दूसरे के हो गए दूल्हा दुल्हन! तो आपको बता दें कि ये शादी एक फिल्मी कहानी की तरह है जिसे निभाया है बिहार शरीफ के रहने वाले रवि और रीमा ने। बाबा मनीराम अखाड़ा में हुई शादी को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रही। लड़का कोर्ट में लड़की से शादी कर भगवान भोलेनाथ के दरबार पहुंचा और मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर दोनों ने हिंदू रीति रिवाज से एक दूसरे के साथ सात फेरे लिए।
दरअसल आज से साल भर पहले बिहार शरीफ की रहने वाली रीमा की शादी दिल्ली के रवि से तय हुई थी। शादी तय होने के बाद रवि के घर वालों ने दहेज की मांग की जो रीमा के घर वाले देने में असमर्थ थे। फिर दहेज के चलते ये शादी टूट गई लेकिन रीमा और रवि के बीच बातचीत का सिलसिला जारी रहा। ये बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदला और हमेशा एक दूसरे का साथ निभाने के लिए लड़का अपने परिवार के खिलाफ गया और उसने लड़की के साथ कोर्ट मैरिज की।
वहीं दोनों ने बताया कि शादी के लिए कुल 500 रुपए खर्च हुए हैं, जिसमें 300 रुपए कोर्ट में और 151 रुपए पंडित जी को दक्षिणा दी गई है। बचे हुए पैसे का फूल-माला लिया गया। लड़का शादी के बाद लड़की को दिल्ली ले जाना चाहता है। उसका कहना है कि हम दोनों एक साथ दिल्ली अपने घर जाएंगे और हमेशा एक साथ रहेंगे। वहीं अगर घर वाले इस शादी का विरोध करते हैं तो हम उन्हें भी छोड़ देंगे।
आज के जमाने में जहां दहेज के लिए बेटी को सूली पर चढ़ा दिया जाता है तो वहीं बिन दहेज की शादी समाज में एक मिसाल बनती है। अगर हमेशा के लिए समाज से दहेज नाम की बुराई खत्म हो जाए तो यकीनन कई बेटियों की जिंदगी बर्बाद होने से बच जाएगी।
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