बिहार: शराब पीने के लिए अपनी पत्नी को रख दिया गिरवी, पढ़िए फिर क्या हुआ?
शराब पीने के लिए पैसे की कमी पड़ी तो एक शख्स ने पत्नी को कारोबारी के पास गिरवी रख दिया। कारोबारी ने उसकी पत्नी को अपने कब्जे में कर लिया।
पटना। बिहार में एक तरफ शराबबंदी अभियान बड़े ही जोर-शोर से चलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ शराब के लिए लोग अपनी पत्नी तक को गिरवी रख दे रहे हैं। कुछ इसी तरह का मामला बिहार के शेखपुरा जिले के एक महादलित टोला में सामने आया है। यहां शराब के लिए पैसा नहीं होने पर एक शख्स ने अपनी पत्नी को शराब कारोबारी के पास गिरवी रख दिया। Read Also: भाजपा के वरिष्ठ नेता पर बरसाई गोलियां, मौत के बाद लोगों का बवाल
शेखपुरा इलाके में एक शराबी ने पैसा नहीं होने के कारण अपनी पत्नी को अवैध शराब कारोबारी के पास इसलिए गिरवी रख दी क्योंकि उसे एक बोतल और दारू चाहिए थी। इसके बाद शराब कारोबारी ने भी उसकी पत्नी को अपने कब्जे में लेते हुए पैसा चुकाने को कहा। कारोबारी ने कहा कि पैसा चुकाकर अपनी पत्नी को ले जाना। शेखोपुर सराय थाना क्षेत्र के बीरपुर गांव की रहनेवाली पीड़िता सुषमा देवी ने इसका विरोध किया तो शराब कारोबारी ने उसे धमकी देते हुए जबरदस्ती अपने घर में कैद कर लिया।
जब यह खबर गांव में फैली तो लोग चौंक गए कि आखिरकार ऐसा पति भी होता है क्या, जो अपनी इज्जत को ही दांव पर लगाकर शराब पी जाए। गांव की खबर धीरे धीरे शराबबंदी अभियान से जुड़ी महिलाओं के पास पहुंची । फिर क्या था, शराबबंदी अभियान से जुड़ी महिलाओं ने एक साथ मिलकर अवैध शराब कारोबारी के अड्डे पर धावा बोल दिया और महिला को वहां से छुड़ाते हुए अपने साथ ले आए।
शराब कारोबारी के चंगुल से मुक्त हुई महिला का कहना है कि उसके पति शराब के आदी हैं । शराब पीने के लिए वह किसी भी हद तक गुजर सकते हैं। इसी का नतीजा है कि पैसे नहीं होने पर उन्होंने बेलाव गांव में अवैध शराब कारोबारी के यहां हमें गिरवी रख दिया और दिनभर शराब पीते रहे।
शराबबंदी अभियान से जुड़ी बीरपुर गांव की महिला संगठन की अध्यक्ष ज्योति देवी का कहना है कि जब शराब कारोबारी के चंगुल से इसे मुक्त कराया गया था तब वह काफी डरी हुई थी। उसका कहना था कि शराब कारोबारी कभी भी हमें या हमारे परिवार वालों को नुकसान पहुंचा सकता है। फिलहाल स्थिति सामान्य है। Read Also: बिहार में 20 करोड़ का कोबरा जहर पकड़ा गया, जानिए क्या है यह कारोबार?