भाजपा के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में लालू यादव, बनाई ये रणनीति
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के द्वारा राजधानी पटना में 27 अगस्त को एक विशाल रैली कर रहे हैं जिसमें व्यापक जनसमर्थन जुटाने के लिए मंथन किया जा रहा है।
पटना। विपक्ष की सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे बेनामी संपत्ति के हमले और आय से अधिक मामले में घिरे लालू प्रसाद यादव भाजपा के खिलाफ संपूर्ण विपक्ष को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के द्वारा राजधानी पटना में 27 अगस्त को एक विशाल रैली कर रहे हैं जिसमें व्यापक जनसमर्थन जुटाने के लिए मंथन किया जा रहा है। साथ ही नई रणनीति के तहत यूपी में नई बिसात बिछाने की तैयारी भी कर रही है।
मायावती को बिहार से बनवाएंगे राज्यसभा सांसद
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के सामने विरोधी दलों की करारी हार के बाद लालू प्रसाद यादव वहां नए सिरे से लड़ाई के लिए बिसात बिछाने की तैयारी में लग चुके हैं। इसी का नतीजा है कि लालू यादव बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से संपर्क करते हुए दोनों को एक साथ मंच पर आने की बात कही है। वही राजनीति के नेता जी कहे जाने वाले मुलायम सिंह को भी साथ आने के लिए रिश्तेदारी का वास्ता दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मात्र 19 सीट वाली पार्टी की मुखिया मायावती को अगले साल राज सभा की सदस्यता भी लालू बिहार से दिलवाना चाहते हैं। वही सत्ता से बेदखल हुए अखिलेश और मायावती को एक मंच पर लाने की कोशिश अगर परवान चढ़ गया तो यह लालू के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
बिहार ही नहीं चेन्नई में भी विपक्षी दलों का होगा जमावड़ा
27 अगस्त को पटना मे लालू ने भाजपा हटाओ देश बचाओ रैली का आयोजन किया है इसमें भाजपा विरोधी सभी सभी बड़े नेता को आमंत्रित किया जाएगा। इसको लेकर लालू प्रसाद सोनिया गांधी से बात भी कर चुके हैं। इससे पहले जून को चेन्नई में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के अध्यक्ष एम करुणानिधि के 94 जन्मदिन पर भाजपा विरोधी दल का एक साथ जुटान होगा। लालू प्रसाद यादव संपूर्ण विपक्ष को एक मंच पर लाते हुए भाजपा के खिलाफ आर-पार की लड़ाई की तैयारी में लगे हुए हैं।
भाजपा को चुनौती देने की तैयारी में लालू
आपको बताते चलें कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में लालू परिवार पर लग रहे आरोप के बीच लालू यादव राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के साथ साथ लोकसभा चुनाव में उपलब्धियों के लिए तैयारी में लग चुके हैं। इसी का नतीजा है कि लालू यादव और उनके कार्यकर्ता पटना में 27 अगस्त को प्रस्तावित रैली के व्यापक जन समर्थन जुटाने की कोशिश में लगे हुए हैं और इस काम में लालू प्रसाद यादव का प्रोफाइल काफी मददगार साबित हो रहा है क्योंकि चारा घोटाले की अदालती उलझनो में फंसे लालू फिलहाल संसदीय पदों एवं चुनाव प्रक्रिया से बाहर है।