कॉमेडी से भी लालू करते रहे घोटाला! हेमा के गाल से शराबियों के हाल तक...
फिर क्या था लालू के इस तरह की बात कहे जाने के बाद काफी बवाल मचा और प्यार का ये इजहार कोर्ट में भी घसीटा गया...
पटना। देश की राजनीति में चालाक और चर्चित चेहरा माने जाने वाले लालू प्रसाद यादव का एक और खास पहलू है जिस की वजह से उनकी खासियत ये भी है कि जितनी चतुराई से वो राजनीति करते है उतनी ही चतुराई से कॉमेडी, उनकी अपनी भाषा उनकी पहचान है और इसी देसी अंदाज के जरिए उन्होंने आज तक कुछ ऐसे बयान दिए हैं जो देश की राजनीति में चर्चित रहा है। इसी बयान की वजह से उन्हें देश का बच्चा-बच्चा जानने लगा।
सियासी नफा-नुकसान और कॉमेडी
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव हमेशा से ही किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। कभी उनके विवादित बयान तो कभी घोटालों का आरोप। ताजा मामला तो बेनामी संपत्ति है जिसमें आयकर विभाग ने उनको कटघरे में ला खड़ा किया है। लेकिन छापेमारी के बाद बिहार की सियासी राजनीति में बवाल से जो भूचाल सामने आया है उसमें लालू का दिमाग होने की पूरी संभावना है। पटना की सड़कों पर आरजेडी समर्थकों ने बीजेपी दफ्तर पर पत्थर क्या फेंके सियासत एकदम से उग्र हो गई। लालू अपनी कॉमेडी से जिस तरह खुद पर लगे आरोपों को झटकते रहे हैं वहीं सियासी नफा-नुकसान में फंसती राजनीति पर लालू के समर्थक हमेशा सड़कों पर बवाल काटते रहे हैं।
कॉमेडी या तीखे हमले!
घोटाले का आरोप लालू यादव पर आज पहली बार नहीं लगा है। आज से पहले भी लालू पर घोटाला का आरोप लगा था और इसकी वजह से वो जेल भी गए थे। आपको बता दें की एक वक्त वो भी था जब लालू प्रसाद यादव पर पशुओं को खिलाए जाने वाले चारे की चोरी करने का मामला सामने आया था। जिसमे ये आरोप लगाया गया था कि चारे के नाम पर सरकारी खजाने से फर्जीवाड़ा करते हुए पैसे निकाल लिए गए थे। जिसकी राशि लगभग 900 करोड़ रुपए की थी और इसी घोटाले को लेकर उन्हें मुख्यमंत्री की गद्दी छोड़ जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा था। इस मामले में उन्हें 1996 में सीबीआई की विशेष अदालत ने दोषी करार दिया था और 30 जुलाई 1997 को वो चारा घोटाले के आरोप में जेल चले गए थे।
जब विवाद बने कॉमिक बयान
जब लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने बिहार की सड़कों की हालत देते हुए कहा था कि बिहार की सड़कें ओम पूरी के गाल की तरह है, अब हम इसे हेमा मालिनी की गाल की तरह बनाएंगे। फिर क्या था लालू के इस तरह की बात कहे जाने के बाद काफी बवाल मचा और इस मामले को कोर्ट में भी घसीटा गया। ये मामला चल ही रहा था कि लालू यादव ने एक और बयान देकर देश की राजनीति में हलचल मचा दी। उन्होंने कहा कि हेमा मालिनी से वो बहुत प्यार करते थे। इसी वजह से उन्होंने अपनी बेटी का नाम हेमा रखा है।
जब लालू और डॉन चलते थे साथ
23 अक्टूबर 1990, जब बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी हुई थी। उस वक्त लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए समस्तीपुर में उनका रथ रोक उन्हें गिरफ्तार करवा दिया था। ये मामला भी काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा। तो लालू यादव और माफिया डॉन शहाबुद्दीन की सांठगांठ को लेकर पूरे देश में इनकी चर्चा होती रही। हाल-फिलहाल जेल में कैद शहाबुद्दीन और लालू की खास बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें पूरे देश में लालू और शहाबुद्दीन की सांठगांठ की बात सामने लाई गई।
भगवान कृष्ण बन गए थे लालू!
आपको बता दें कि सहाबुद्दीन को राजनीति में लाने वाले लालू प्रसाद यादव ही थे और लालू प्रसाद यादव के आशीर्वाद से ही वो आज भी राजद कार्यकारिणी में जगह बनाए हुए हैं। हाल-फिलहाल सामने आए लालू यादव के मिट्टी घोटाले को लेकर पूरे देश में एक बार फिर लालू के नाम की चर्चा होने लगी। जिसमें ये आरोप लगाया जा रहा था कि लालू प्रसाद यादव अवैध तरीके से मॉल की मिट्टी बेचने का काम किया करते हैं और इस काम में उनके बड़े बेटे जो बिहार सरकार में मंत्री हैं उसका अहम योगदान है। तो लालू की वो बातें भी पूरे देश में बड़े जोर-शोर से चर्चा की वजह बनी जब चारा घोटाला के आरोप में जेल से बाहर निकलने के बाद लालू ने कहा कि अगर कोई भगवान है तो वो कृष्ण हैं क्योंकि वो भी जेल गए थे और हम भी जेल गए हैं, इसमें कोई गुनाह नहीं है।
कॉमेडी से ही आए साथ, कॉमेडी से ही किया था किनारा
वहीं जब देश में बीफ का मुद्दा चल रहा था तो लालू प्रसाद यादव ने एक बयान देते हुए कहा कि क्या हिंदू बीफ नहीं खाते हैं। जो बाहर देश में रहता है वो क्या नहीं खाता है? खाने वाले के लिए गाय और बकरा में कोई खास फर्क नहीं होता। ये बयान भी पूरे देश में चर्चित रहा था। तो जब बिहार में शराबबंदी कानून लागू किया गया तो लालू ने कहा कि बिहार की शराब अब जहरीली हो गई है, इसके लिए आप लोग अब ताड़ी पिएं।
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