अंधविश्वास में चूर पिता देने चला बेटी की बलि, मंदिर के सेवकों ने बचाया
जिसके बाद मंदिर में उसके पिता ने जमकर हंगामा किया और कहा कि 'मैं आज इसे भगवान के चरणों में बलि दे दूंगा क्योंकि इसी की वजह से सारी परेशानी आई है।'
पटना। एक पिता ने भगवान को खुश करने के लिए अपनी मासूम बेटी की ही बलि देने का फैसला किया और उसे लेकर माता की मंदिर में पहुंच गया। मंदिर जाने के बाद पिता ने पहले माता की पूजा की फिर अपनी बेटी को माता के चरणों पर चढ़ाकर उसकी बलि देने की तैयारी करने लगा। वहीं मंदिर में पूजा कर रहे अन्य लोगों ने उसकी हरकत देख ये समझा कि उसकी बेटी किसी कारणवश बीमार होगी या फिर कोई और वजह होगी! लेकिन भगवान की पूजा करते-करते उसने मां दुर्गा के हाथों से तलवार उतार ली और अपनी बेटी पर चलाने का प्रयास किया। इसे देख मंदिर में उपस्थित भगवान के सेवक उसकी तरफ दौड़े और तलवार को पकड़ते हुए बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया।
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जिसके बाद मंदिर में उसके पिता ने जमकर हंगामा किया और कहा कि 'मैं आज इसे भगवान के चरणों में बलि दे दूंगा क्योंकि इसी की वजह से सारी परेशानी आई है।' उग्र पिता को देख इस मामले की सूचना नजदीकी थाने में दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ करने लगी। जानकारी के मुताबिक माता के चरणों में मासूम बेटी की बलि देने का मामला ये लखीसराय जिले के टाउन थाना क्षेत्र का है। जहां थाना क्षेत्र के पुरानी बाजार स्थित छोटी दुर्गा मंदिर में पिता अपनी बेटी की बलि देने गया था। बता दें कि शख्स लखीसराय के रजौना का रहने वाला है।
मामले की जानकारी देते हुए थानेदार गोपाल प्रसाद ने बताया कि बेटी की बलि देने वाले पिता की मानसिक हालत ठीक नहीं है। इसी की वजह से उसकी पत्नी उसे छोड़ मायके चली गई। पत्नी के चले जाने के बाद बच्चे की देख-रेख की वजह से वो परेशान था इसी की वजह से उसने ऐसा किया। हालांकि पूछताछ के दौरान आरोपी पिता नीरज कुमार बार-बार अपना बयान बदल रहा है। उसका कहना है कि अब अगर बेटी की बलि दे दी गई तो भगवान खुश हो जाएंगे और उसकी पत्नी फिर से वापस आ जाएगी। फिलहाल इस मामले में आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
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