बिहार: महागठबंधन में शुरू हुआ डैमेज कंट्रोल, नाराज दिखा था लालू परिवार
राजद परिवार के 'बिहार दिवस' कार्यक्रम में शामिल नहीं होने को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार के डिप्टी सीएम का नाम उद्घाटन के कार्ड पर नहीं लिखा था।
पटना। बिहार में चल रही महागठबंधन की सरकार में एक बार फिर डैमेज कंट्रोल देखने को मिल रहा है। महागठबंधन सरकार में शामिल राजद इस बात से नाराज है कि 'बिहार दिवस' कार्यक्रम में उनकी पार्टी से डिप्टी सीएम का नाम इनविटेशन कार्ड में नहीं लिखा था। इसके बाद नीतीश कुमार खुद लालू परिवार की नाराजगी पर इस डैमेज को कंट्रोल करने की कोशिश में लग गए। नीतीश ने कहा कि इस गलती के लिए दोषी को सजा दी जाएगी। बता दें कि लालू परिवार इस गुस्से के चलते कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ था।
Read more: पढ़ने की लगन से रचा कीर्तिमान, 97 साल के बुजुर्ग ने लिया कॉलेज में दाखिला तो बना रिकॉर्ड
बिहार दिवस कार्यक्रम में राजद परिवार के शामिल नहीं होने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार तेज हो गया। वहीं राजद परिवार के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार के डिप्टी सीएम का नाम उद्घाटन के कार्ड में जानबूझकर नहीं छपवाया गया था।
बात दें कि जहां 22 मार्च की शाम राजधानी पटना के गांधी मैदान में लोग बिहार दिवस के अवसर पर जमा होते हुए कार्यक्रम का आनंद उठा रहे थे तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ कांग्रेस के अशोक चौधरी और अन्य कई बड़े नेता कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन इस कार्यक्रम में ना तो बिहार के स्वास्थ्य मंत्री दिखे और ना बिहार के डिप्टी सीएम। इन दोनों के कार्यक्रम में न दिखने को लेकर लोग राजनीतिक चर्चा करते नजर आ रहे थे।
लोगों का ये कहना था कि बिहार जहां आज अपना 105वां जन्मदिन मना रहा है वहीं राजद परिवार कार्यक्रम से दूर क्यों है? क्या फिर से महागठबंधन में कोई दरार तो नहीं आ गई! वहीं जब इस मामले की जानकारी राजद नेताओं से ली गई तो उन्होंने कहा कि साहब की तबीयत कुछ ठीक नहीं था इसी कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए । पर कार्यक्रम में शामिल नहीं होने को लेकर एक नई बात सामने आ रही है । दरअसल बिहार दिवस कार्यक्रम बिहार के डिप्टी सीएम का नाम कार्ड पर नहीं डाला गया था इसी के वजह से पुरा राजद परिवार नाराज हो गया और कार्यक्रम में शामिल होने नहीं आया था।
आपको बताते चले कि बिहार दिवस कार्यक्रम मे जो आमंत्रण कार्ड छापा गया था उसमें कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम था और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी का नाम था। लेकिन बिहार के डिप्टी सीएम इस कार्ड से गायब थे। बिहार दिवस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम का नाम गायब होने की वजह से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया। इसी वजह से लालू के पूरे परिवार ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली।
इस मामले पर जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल-जवाब करते हुए पूछा गया कि आखिरकार इतने बड़े कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम का नाम कैसे छूट गया? तो उन्होंने इस गलती पर दंड देने की बात कह दी। कार्यक्रम में शामिल न होने और नाराज होने की बात जब जदयू के नेताओं से पूछी गई तो उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल की सहमति से ही बिहार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
Read more: बिहार: दो सहेलियों में हुआ प्यार, शादी का फैसला कर घर से हुईं फरार