पंचायत का फरमान, 'मेड इन चाइना' सामान खरीदा तो सजा मिलेगी
औरंगाबाद (बिहार)। बिहार में एक ग्राम पंचायत ने चीन के बने सामान खरीदने पर बैन लगा दिया है। पंचों का कहना है कि चीन दुश्मन देश है, उसके सामान खरीदना गलत है।
बिहार के औरंगाबाद जिले की ओबरा पंचायत ने गांव के लोगों को चीन के बने सामान ना लेने का आदेश दिया है। 10, 000 से ज्यादा आबादी वाले इस गांव में पंचायत ने कहा है कि अगर किसी ने चीन का बना सामान खरीदा तो उसके ऊपर पंचायत कार्रवाई करेगी और उससे आर्थिक दंड़ वसूला जाएगा।
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ओबरा पंचायत का चीन के सामान को अपने गांव में बैन करने का देश में ये पहला मामला है। पंचायत का कहना है कि चीन लगातार पाकिस्तान की मदद करता है और उसके कब्जे में हमारी जमीन भी है। पंचायत का कहना है कि चीन ने हमारी अर्थव्यवस्था पर बुरा असर डाला है, इसी को देखते हुए ये फैसला किया गया है।
चीन हमारा दुश्मन, पाक का दोस्त है
पंचायत की सरपंच गुडिया देवी ने कहा कि इस संबंध में पंचायत की एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें चीन के बने सामान ना खरीदने की बात पर सबने सहमति जताई और इसके बाद ये फैसला लिया गया। गुडिया ने कहा कि पिछले साल हमारे यहां चीन के बने सामानों बेचने वाली दुकानों ने कई लाख रुपये के चीनी सामान त्यौहारों के अवसर पर बेचे थे।
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ओबरा पंचायत के सदस्य बब्बन मेहता ने कहा कि जो देश हमारी सीमा पर बुरी नजर रखता है, पाकिस्तान का दोस्त है और हमारी अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह खा रहा है, हम उसके सामान नहीं खरीदेंगे।
चीन की बनी झालरें और खिलौने दशहरा और दिवाली पर बाजार में खूब बिकती हैं इसकी एक बड़ी वजह इनका भारत में बनी चीजों से सस्ता होना है।