गला कटने के दो दिन बाद भी जिंदा है मुर्गा, कर रहा अजीबोगरीब हरकतें
पटना। बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक अजीबोगरीब मुर्गा का कारनामा देखने को मिला जहां मांस खाने के लिए कुछ लोगों ने देसी मुर्गे का गला काटकर उसे गर्म पानी में उबालने के लिए रख दिया लेकिन मुर्गा उबलने के बजाय पानी से छटपटाता हुआ बाहर निकला और अजीबोगरीब हरकत करने लगा जिसे देखने के बाद सभी चौंक गए। मुर्गे की इस हरकत को देखने के लिए आसपास के लोग आने लगे। गला काटे हुए दो दिन हो गए फिर भी मुर्गा जिंदा है और अजीबोगरीब हरकत करता है। वह दूसरे मुर्गों से लड़ता भी है। दूरदराज से आए कुछ लोगों का कहना है कि इस मुर्गा पर माता शक्ति का आशीर्वाद है।
मिली जानकारी के अनुसार, मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले के महेशिया गांव का है जहां एक मुर्गा गला रेतने के 36 घंटे बाद भी जिंदा है। सीतामढ़ी के महेशिया गांव के रहने वाले आस मोहम्मद ने कल शाम एक देसी मुर्गा खाने के लिए काटा था। गर्दन कटने के बाद भी मुर्गा मरा नहीं और छटपटाता रहा। जिसके बाद उसे गर्म पानी में डाला गया लेकिन मुर्गा पानी से निकलकर बाहर आया और इधर-उधर भागने लगा।
गर्दन कटे हुए मुर्गे को इधर-उधर भागते देख आसपास के लोग जमा हो गए और इस घटना के बारे में विस्तार से जानने की उत्सुकता करने लगे। जिसके बाद यह पता चला कि मुर्गा को खाने के लिए काटा गया था लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी उसकी सांस चल रही है। उसका धड़ कटे होने के बावजूद भी उसकी सभी गतिविधियां जारी हैं। जब उसे खाने के लिए कुछ दिया जाता है तो वह खा नहीं पाता है क्योंकि गर्दन कट चुका है। इसको देखते हुए लोग तरह-तरह की बातें करते नजर आए जिसके बाद उस मुर्गे को न काटने और खाने का निर्णय लिया गया। मुर्गे की इस अजीबोगरीब हरकत की कहानी सुनकर दूर-दूर से उस गांव में लोग पहुंचे और दो दिन बीत जाने के बावजूद भी मुर्गे की हरकत देखकर अवाक रह गए।
मुर्गे की इस हरकत के बारे में गांव के ही रहने वाले सरपंच सोनू मिश्रा का कहना है कि मुर्गा को यहां के मजार पर चढ़ाने की मन्नत मांगी गई थी परंतु इसे मजार पर चढ़ाने के बजाए पहले ही काट कर खाया जाने लगा, शायद इस कारण वह मरा नहीं और अब तक जीवित है। और तो और उसे खाने के लिए चावल के साथ-साथ और भी कई अन्य सामान दिए जा रहे हैं, वह खा भी रहा है लेकिन खाना उसके गले से बाहर निकल जाता है। गर्दन और मुंह कटने के बाद भी यह अन्य मुर्गों से लड़ाई भी कर रहा है। इसे दैविक शक्ति कहें या कुछ और मगर पिछले 2 दिनों से यह मुर्गा गांव के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। सुबह से लेकर शाम तक इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और देखने के बाद तरह-तरह की बातें करते हैं।
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