9 साल की मुस्कान के जज्बे को सलाम, नीति आयोग भी करेगा सम्मान
भोपाल। कहते हैं कुछ कर गुजरने के लिए उम्र नहीं जज्बा होना चाहिए। ऐसा ही उदाहरण भोपाल की छोटी सी बच्ची मुस्कान ने पेश किया है।
मुस्कान ने अपनी बस्ती में शुरू की लाइब्रेरी
नौ साल की मुस्कान मध्य प्रदेश के भोपाल में एक झुग्गी बस्ती में रहती है। एक ऐसी बस्ती जहां रहने वाले लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। बावजूद इसके इस बच्ची ने किताबों को अपना दोस्त बनाया।
मुस्कान ने उसी बस्ती में एक लाइब्रेरी शुरू की है। महज 121 किताबों को एकत्र करके मुस्कान ने ये खास शुरूआत की।
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उसके हौंसले को इसलिए भी सलाम करना चाहिए कि जहां वह रह रही है वहां के लोगों को पढ़ाई को लेकर खास उत्साह नजर नहीं आता।
मुस्कान के इस कदम की तारीफ इलाके में तो हो रही है अब नीति आयोग ने भी उस मासूम बच्ची को सम्मानित करने का मन बनाया है।
दिल्ली में मुस्कान का सम्मान करेगी नीति आयोग
नीति आयोग मुस्कान को 'थॉट लीडर' (विचारवान नेता) अवॉर्ड से सम्मानित करेगी। नीति आयोग मुस्कान को दिल्ली बुलाकर उसे ये सम्मान देगी।
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जिस उम्र में बच्चे खेल-कूद को ज्यादा तरजीह देते हैं। उस उम्र में मुस्कान ने डॉक्टर बनने का सपना पाल लिया। उसका कहना है कि वह बड़ी होकर एक डॉक्टर बनना चाहती है।
मुस्कान को केवल खुद पढ़ने-लिखने का शौक नहीं है। वह बस्ती के बच्चों की भी पढ़ाई का ध्यान रखती है। उन्हें पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करती है।